23 से 30 सितंबर तक चली अंतिम चरण के दाखिले की प्रक्रिया

-निजी कॉलेजेज का तो बुरा हाल, कई कोर्सेस में तो एक भी एडमिशन नहीं हुआ

कुछ कॉलेजों में प्रवेश की स्थिति

कॉलेज का नाम कक्षा कुल सीटें खाली सीटें

आदर्श महाविद्यालय नवाबगंज बीए 660 660

खुसरो मेमोरियल डिग्री कॉलेज बीए 2040 1886

कन्या महाविद्यालय भूड़ बीए 640 582

जमुना प्रसाद कॉलेज बीए 600 525

गन्ना उत्पादक महाविद्यालय बीकॉम 240 140

वीरांगना रानी अवंतीबाई महिला कॉलेज बीकॉम 160 112

ज्योति कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट साइंस, टेक्नोलॉजी बीकॉम 120 120

राजकीय महाविद्यालय फरीदपुर बीएससी मैथ 60 54

महाराजा अग्रसेन महाविद्यालय बीएससी मैथ 280 240

बरेली: महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों को स्नातक कोर्सेज की सीटें भरने में पसीने छूट गए। विश्वविद्यालय की ओर से चार बार मौका दिए जाने के बाद भी करीब 98 हजार सीटें खाली रह गईं। जिले के कई राजकीय व प्राइवेट कॉलेजों में बीए, बीएससी व बीकॉम में एक भी दाखिले नहीं हुए। हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन का तर्क है कि कॉलेजों में कभी भी सीटें फुल नहीं होती हैं।

इस बार 1,37,370 हुए दाखिले

रुहेलखंड विश्वविद्यालय से सम्बद्ध 548 महाविद्यालय संचालित हैं। इनमें 26 राजकीय, 29 सहायता प्राप्त और 493 वित्त विहीन महाविद्यालय शामिल हैं। इनमें स्नातक की 2.35 लाख सीटें हैं। ऑनलाइन पंजीकरण के बाद बीते तीन सितंबर से प्रवेश शुरू हुआ। दो बार समयसीमा बढ़ाई गई। बावजूद इसके सीटें नहीं भरी जा सकीं। विवि प्रशासन के मुताबिक कॉलेजों में पिछले साल स्नातक में 1.47 लाख दाखिले हुए थे। इस बार 1,37,370 दाखिले ही हो पाए हैं।

कई बार दिया गया मौका

विश्वविद्यालय ने पंजीकरण के बाद स्नातक में प्रवेश के लिए तीन से 12 सितंबर तक मौका दिया था। फिर 12 से 15 सितंबर का समय दिया। सीटें खाली रहने पर 23 से 30 सितंबर तक फिर से पंजीकरण करके प्रवेश के लिए आदेश जारी किए गए।

पहले भी कॉलेजों की सीटें पूरी नहीं भरी हैं। इस बार बोर्ड के रिजल्ट देर से जारी हुए। कोविड की वजह से तमाम छात्रों ने प्रवेश नहीं लिया। प्रोफेशनल कोर्सो की ओर छात्रों का रुझान बढ़ने से भी सीटें खाली रह गईं।

डॉ। अमित सिंह, प्रभारी मीडिया सेल, एमजेपीआरयू