- दो दिनों के वजन दिवस में चिन्हित किए गए अतिकुपोषित बच्चे

- विभाग द्वारा पूर्व में सौंपी रिपोर्ट खारिज, शासन को आज भेजी जाएगी रिपोर्ट

BAREILLY:

जिले में अतिकुपोषित बच्चों की संख्या 6224 नहीं बल्कि करीब 23 हजार है। यह आंकड़ा नाकाफी है क्योंकि अभी भी 7 सेक्टर प्रभारियों के यहां कुपोषित बच्चों की सूचना आना बाकी है। वजन दिवस में विभाग की कारगुजारियों और दावों की कलई खुल गई है। क्योंकि पिछली कई रिपोर्टो के आंकड़ों में विभाग की ओर से जिले में केवल करीब 6 हजार बच्चों के ही अतिकुपोषित होने का दावा किया जा रहा था। बता दें कि थर्सडे को जिले के करीब 8 ब्लॉकों में वजन दिवस के अंतर्गत बच्चों का वजन किया गया। तो दूसरी ओर कई सेंटर्स पर पर्यवेक्षकों के नदारद रहने की सूचना भी मिली है, जिस पर कार्रवाई किए जाने के निर्देश सीडीओ शिव सहाय अवस्थी ने दिए हैं।

8 ब्लॉकों पर किया वजन

थर्सडे को आयोजित वजन दिवस के दूसरे चरण में जिले के आठ ब्लॉकों के 1444 केंद्रों पर 1 लाख 42 हजार 891 बच्चों का वजन किया गया। जिसके संचालन के लिए 1 सेक्टर प्रभारी और 598 पर्यवेक्षकों को नियुक्त किया गया था। इन ब्लॉकों में सामान्य श्रेणी के 97,368 बच्चे, अल्प वजन कुपोषित 33,990 और अतिकुपोषित 11,478 बच्चे पाए गए। वहीं, 7 सितंबर को जिले के 7 ब्लॉकों में आयोजित वजन दिवस में 1.5 लाख बच्चों का वजन किया गया था। जिसमें भी करीब 11,055 बच्चे अतिकुपोषित होने की पुष्टि की गई थी। सीडीओ शिव सहाय अवस्थी ने बताया कि थर्सडे को छूटे हुए बच्चों का वजन फ्राइडे को किया जाएगा। इसके बाद वजन दिवस के प्राप्त आंकड़े शासन को फ्राइडे देर शाम प्रेषित कर दिए जाएंगे।

गायब रहे पर्यवेक्षक

शासन की ओर से सख्त हिदायत के बावजूद कई आंगनबाड़ी केंद्रों से पर्यवेक्षक नदारद रहे। जिसकी शिकायत सीडीओ कार्यालय बने कंट्रोल रूम पर सेक्टर प्रभारियों ने दी। इसमें मीरगंज ब्लॉक के नथपुरा दलपतपुर के पर्यवेक्षक के गायब होने की सूचना दी गई। इसके बाद अन्य पर्यवेक्षकों की शिकायत दर्ज की गई। आयोजित वजन दिवस के मौके पर सीडीओ ने भोजीपुरा विकास खंड के विल्वा और बैकुंठपुर के आंगनबाड़ी केंद्रों का दौरा किया। इसके अलावा डीपीओ बुद्धि मिश्रा ने विकास खंड फतेहगंज, शेरगढ़, बहेड़ी, दमखोदा और भोजीपुरा के आंगनबाड़ी केंद्रों का दौरा किया। अधिकारियों ने इस मौके पर वेइंग मशीन और वजन करने की प्रक्रिया की जांच की।