- सिडकुल के लिए इंजीनियर्स से बात भी हो चुकी है

BAREILLY:

बरेली में दम तोड़ रहे उद्योगों को ऑक्सीजन देने के लिए प्रदेश सरकार ने सिडकुल बनाने का फैसला लिया है। प्रदेश के वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल सैटरडे को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार उद्योगों को लेकर बेहद गंभीर है। प्रदेश से पलायन कर रहे उद्यमियों को रोकने के लिए सरकार हर संभव मदद करने के लिए तैयार है।

बरेली में विकास को कोई नहीं रोक सकता

उत्तराखंड की तर्ज पर बरेली में सिडकुल के जरिए उद्योगों को आगे बढ़ाने का काम किया जाएगा। सिडकुल यानि स्टैंड्स फॉर स्टेट इंफ्रास्ट्रक्चर एंड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपेरेशन ऑफ यूपी लिमिटेड। इसके तहत लगने वाले फैक्ट्रियों से बरेली में विकास को गति मिलने की पूरी उम्मीद है। वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने बताया कि बहुत जल्द ही सिडकुल पर काम होना शुरू हो जाएगी। इसके लिए इंजीनियर्स से बात भी हो गई है। बरेली देश और प्रदेश दोनों की राजधानी के बीच बसा हुआ है। नेशनल हाइवे है और रेलवे हाइवे है ऐसे में बरेली के विकास को कोई रोक नहीं सकता है।

दम तोड़ रहे हैं उद्योग

वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने कहा कि सरकार की नीतियों के चलते बरेली में तकरीबन 300 से अधिक उउद्योग दम तोड़ चुके हैं। इसका सिलसिला15 जुलाई 1999 को अचानक रबर फैक्ट्री बंद होने के बाद शुरू हुआ। इससे बरेली में उद्योग जगत को एक बहुत बड़ा झटका लगा था। उत्तराखंड में सिडकुल बनने के बाद ज्यादातर उद्योग बरेली से वहीं शिफ्ट हो गए। बरेली में सिडकुल बनने से उद्यमियों को घर में ही बिजनेस का माहौल मिल सकेगा।

श्यामगंज में बनेगा रोटरी

वहीं दूसरी ओर श्यामगंज चौराहे पर रोटरी बनाए जाने की बात भी वित्त मंत्री ने कहा। इससे ट्रैफिक जाम की स्थिति पूरी तरह से खत्म हो जाएगी। साथ ही शहर को साफ-सुथरा बनाए रखने के लिए जल्द ही कूड़ा कलेक्शन ढर्रे पर आने की बात कही। इसके लिए जमीन फाइनल हो चुका है। उन्होंने कहा कि कूड़ा कलेक्शन को लेकर नगर निगम ने 5 वर्ष यूं ही गंवा दिए।

पब्लिक का पैसा दबाने वालों को जेल

बिल्डर्स भू-माफिया पब्लिक का पैसा दबा नहीं सकते हैं। ऐसा करने वालों को सीधे जेल होगी। किसान अपने कर्जमाफी को लेकर चिंता न करे। किसानों को चार केटेगरी में बांट कर कर्जमाफ किया जा रहा है।