- शासन ने जिला और महिला अस्पताल में पेशेंट्स की मौत का मांगा ब्यौरा

- कोरोना काल में मृत्यु दर का शासन स्तर से किया जाएगा आंकलन

बरेली : कोरोना का संकट अभी भी गहराया हुआ है। ऐसे में शासन स्तर से कड़ी मॉनिटरिंग की जा रही है, लेकिन कोरोना काल के दौरान जिला पुरुष और महिला अस्पताल में इलाज के दौरान हुई पेशेंट्स की मौत का डाटा हेल्थ डिपार्टमेंट ने मांगा गया है। शासनादेश के अनुपालन में सीएमओ डॉ। विनीत कुमार शुक्ला ने एडीएसआईसी और सीएमएस को पत्र जारी कर डाटा उपलब्ध कराने का आदेश दिया है।

इतने पेशेंट्स ने तोड़ा दम

डिपार्टमेंट से मिले आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2020 में मार्च से अब जिला अस्पताल और जिला महिला अस्पताल में कुल 690 पेशेंट्स की मौत हुई है। हालांकि मार्च से मई तक लॉकडाउन के दौरान गंभीर पेशेंट्स ही एडमिट हुए।

6 कोविड पॉजिटिव पेशेंट्स की भी मौत

हेल्थ अफसरों के अनुसार इन 690 पेशेंट्स में 6 ऐसे पेशेंट्स भी शामिल हैं जिनकी हॉस्पिटल एडमिट होने के दौरान गाइड लाइन के अनुपालन में कोरोना जांच कराई गई तो वह कोरोना पॉजिटिव मिले, जिन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था।

अब तब 158 संक्रमितों की थम चुकी है सांसें

शहर के तीन निजी मेडिकल कॉलेज में संचालित कोविड एल टू व एल थ्री हॉस्पिटल में भले ही अब भर्ती संक्रमित पेशेंट्स की संख्या कम हो लेकिन अप्रैल माह से शुरू हुआ संक्रमितों की मौत का ग्राफ बढ़ता रहा, इन हॉस्पिटल में भर्ती रहे अब तक 158 संक्रमित पेशेंट्स की मौत हो चुकी है।

डेथ रेश्यो पर होगा मंथन

सीएमओ के अनुसार कोरोना काल में सामान्य दिनों की तुलना में डेथ रेश्यो का आंकलन किया जाएगा, अगर डेथ रेश्यो घटा है तो ठीक अगर बढ़ा है तो यह चिंता का विषय होगा, डेथ रेट को कम करने के लिए शासन स्तर से ही नई गाइड लाइन जारी की जा सकती है।

शासन की ओर से कोरोना काल में जिला पुरुष व महिला अस्पताल में हुई मरीजों की मौत का डाटा शासन को भेज दिया गया है। आदेश के अनुसार इससे डेथ रेश्यो का आंकलन किया जाएगा।

डॉ। विनीत कुमार शुक्ला, सीएमओ