- 300 बेड कोविड अस्पताल का मामला, गुस्साए स्टाफ ने मुकदमा दर्ज करने की रखी मांग

- घटना के बाद बारादरी थाना पुलिस फोर्स अस्पताल में किया तैनात

बरेली : ऑक्सीजन मैनेजमेंट फेल हो हो रहा सिस्टम अब पेशेंट और उनके तीमारदारों के साथ ही मेडिकल स्टाफ के लिए भारी परेशानी का सबब बन रहा है। 300 बेड कोविड हॉस्पिटल में संडे को ऑक्सीजन की कमी से तड़प रहे पेशेंट की तीमारदार ने ड्यूटी पर मौजूद महिला डॉक्टर आकांक्षा महाजन को पीट दिया। इस मिसबिहेव से डॉ। आकांक्षा इस कदर आहत हुई कि उन्होंने रिजाइन देने तक का मन बना लिया। घटना के बाद अस्पताल स्टाफ ने तीमारदारों के लगातार खराब बर्ताव पर आक्रोश जताते हुए ड्यूटी का बहिष्कार कर दिया। हालात बिगड़ते देख घटना की जानकारी पर सीएमओ डॉ। सुधीर कुमार गर्ग व अस्पताल के नोडल अधिकारी डॉ। सुबोध शर्मा मौके पर पहुंचे। काफी समझाने के बाद अस्पताल स्टाफ दोबारा ड्यूटी करने को राजी हुआ।

स्टाफ को मनाने को सीएमओ ने मांगी माफी

आक्रोशित स्टाफ ने अपने सम्मान के लिए आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने और उनकी गिरफ्तारी की मांग कर डाली। इस पर सीएमओ ने कर्मचारियों के आगे खुद हाथ जोड़ लिए। उन्होंने स्टाफ से कहा एक मरीज के तीमारदार की गलती की सजा दूसरे मरीजों को नहीं मिलनी चाहिए। तीमारदारों की गुस्ताखी के लिए मैं आप लोगों से माफी मागता हूं।

महिला डॉक्टर ने दिया इस्तीफा

सूत्रों के मुताबिक घटना के बाद महिला डॉक्टर आकांक्षा ने इस्तीफा दे दिया। घटना की जानकारी पर पहुंचे डॉक्टर आकांक्षा के पिता उसे ले गए। हालांकि डॉ। वागीश वैश्य ने अभी डॉ। आकांक्षा का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है। वहीं, दो-तीन दिन छुट्टी लेने को कहा है। दरअसल, कोविड संक्रमण के दौरान इलाज के मद्देनजर कुछ डॉक्टर कांट्रेक्ट पर रखे गए थे। डॉक्टर आकांक्षा भी उनमें से एक हैं।

डॉक्टर से मारपीट के बाद स्टाफ ने कार्रवाई की मांग पर कार्य बहिष्कार कर दिया था। लेकिन मरीजों के इलाज को ध्यान में रखते हुए सभी को किसी तरह समझाया गया। व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए तीमारदारों को सहयोग करने के साथ ही पुलिस को भी तैनात रहने के लिए कहा गया है।

-डॉ.सुधीर कुमार गर्ग, मुख्य चिकित्सा अधिकारी