नगर निगम में हुई बैठक, एजेंसी ने विभागों से पिछले 5 साल की प्रोग्रेस का मांगा डाटा

BAREILLY:

बरेली को स्मार्ट सिटी बनाने की कोशिशों में शहर के सरकारी विभागों से एक बार फिर सहारा मांगा गया है। ट्यूजडे को नगर निगम में स्मार्ट सिटी का प्रोजेक्ट तैयार कर रही दाराशा एजेंसी संग सरकारी विभागों की बैठक हुई। बैठक में नगर आयुक्त शीलधर सिंह यादव की अगुवाई में हुई इस बैठक में शहर के 13 सरकारी विभागों के प्रतिनिधि बुलाए गए थे। वहीं एजेंसी के वाइस प्रेसीडेंट टी आनंद मोहन ने भी इस अहम बैठक में शिरकत की। बैठक में एजेंसी के वाइस प्रेसीडेंट ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की तैयारी के लिए विभागों से उनका डाटा मांगा। साथ ही विभागों से पिछले पांच साल में उनकी प्रोग्रेस और शुरू किए गए कामयाब प्रोजेक्ट या मुहिम का पूरा रिकार्ड भी मांगा है। जिससे कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में उन्हें शामिल करने की संभावनाओं को तलाशा जा सके।

दो बस अड्डों की जरूरत

ट्यूजडे शाम 4 बजे से शुरू हुई इस बैठक के लिए बीडीए के वीसी, एसपी ट्रैफिक, एसपी सिटी, एक्सईएन अर्बन एरिया, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी, आरटीओ, चीफ टाउन प्लानर बीडीए, सहायक नियोजक नगर एवं ग्राम नियोजक विभाग, परिवहन निगम के रीजनल मैनेजर, पॉवर कॉरपोरेशन के एसई, बीएसएनएल के जीएम, सीएमओ और रीजनल पॉल्यूशन अधिकारी को बुलाया गया था। जिनमें बीएसएनएल व पॉवर कॉरपोरेशन के अधिकारी नदारद रहे। एजेंसी ने स्मार्ट सिटी के लिए सरकारी विभागों से सुझाव मांगे। जिसमें आरटीओ के अधिकारी ने शहर की बढ़ती आबादी को देखते हुए दो नए बस स्टेशन बनाने की जरूरत बताई। इसके लिए जेल रोड स्थित खाली जमीन पर एक बस अड्डा बनाने का सुझाव दिया। वहीं अन्य सरकारी विभागों की ओर से शहर के सीवर, ड्रेनेज और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की व्यवस्था दुरुस्त करने की सलाह दी।