-कन्या विद्याधन पर चढ़ा राजनीतिक रंग, मंच से साधा 2017 पर निशाना
-कन्या विद्याधन के बदले मांगा वोट, सीएम ने मेधावी बेटियों को दिया संदेश
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BAREILLY
इंटर के एग्जाम में कड़ी मेहनत कर अच्छे अंक पाने वाली डिस्ट्रिक्ट की मेधावी बेटियों की खुशी ट्यूजडे को दोगुनी हो गई। जब उन्हें कन्या विद्याधन योजना के तहत 30-30 हजार के चेक दिए गए। वहीं, संजय कम्युनिटी हॉल में कन्या विद्याधन के लिए तैयार किया गया मंच राजनीति के रंग से अछूता नहीं रहा। मंच से पूर्व प्रदेश सरकार और केन्द्र सरकार पर जमकर निशाना साधा गया। गोरक्षा और साम्प्रदायिकता का मुद्दा उठाया गया। इसके साथ ही सपा के पदाधिकारियों ने चेक के बदले बेटियों से वाेट मांगा।
267 मेधावियों काे मिला चेक
माध्यमिक शिक्षा विभाग ने शासन के निर्देश के बाद जिले की 547 मेधावी बेटियों का चयन कन्या विद्याधन के लिए किया। इसमें से शहर की 267 बेटियों को कन्या विद्याधन चेक बांटने के लिए ट्यूजडे को संजय गांधी कम्यूनिटी हॉल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ चीफ गेस्ट सपा के जिलाध्यक्ष वीरपाल सिंह यादव, बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य तबस्सुम फातिमा, संस्कृत आयोग की अध्यक्ष डॉ। साधना मिश्रा और खादी ग्रामोद्योग विपणन आयोग के अध्यक्ष शोएब खान और डीएम गौरव दयाल ने किया। इसके बाद सपा के पदाधिकारियों ने सरकार की उपलब्धियों को गिनाया। कार्यक्रम का संचालन जीआईसी के वाइस प्रिंसिपल डॉ। अवनीश यादव ने किया। इस मौके पर डीआईओएस मुन्ने अली खां, जीआईसी प्रिंसिपल आरके सिंह, पीपी मौर्य, राजकमल सक्सेना, अजीत सक्सेना, कलीम खां आदि मौजूद रहे।
बहनें बोलीं थैक्स अखिलेश भैया
सीएम अखिलेश यादव ने जिले की मेधावी बेटियों के लिए लिखित में संदेश भेजा। जिसे जिलाध्यक्ष वीरपाल सिंह यादव ने मंच से पढ़कर सुनाया। लेटर में सीएम ने बहनों को रक्षाबंधन पर्व की शुभकामनाएं दीं। वहीं, बहनों ने सीएम के इस लेटर के बदले में उन्हें थैंक्स बोला।
चयिनत बेटियां
नवाबगंज-88
बहेड़ी-54
आंवला-66
मीरगंज-39
फरीदपुर-33
बरेली-267
बोर्ड केटेगरी परसेंटेज
यूपी सामान्य 80
यूपी एससी-एसटी 74.20
यूपी अल्पसंख्यक 78
मदरसा सामान्य 84.78
मदरसा एससी-एसटी -
मदरसा अल्पसंख्यक 84.78
संस्कृत सामान्य 47
संस्कृत एससी-एसटी -
संस्कृत अल्पसंख्यक -
वर्जन
आर्थिक तंगी के चलते बेटियां पढ़ाई बीच में न छोड़ें। इसलिए कन्या विद्याधन योजना शुरू किया गया। कन्या विद्याधन से मिले बजट से मैं अपनी आगे की पढ़ाई जारी रखूंगी।
तृप्ति शर्मा, मेधावी छात्रा
सपा सरकार गरीब बेटियों के लिए मसीहा बनी है। पेरेंट्स पैसे की कमी के चलते अक्सर बेटियों की पढ़ाई छुड़वा देते हैं। जिस कारण बेटियों का टैलेंट चहारदीवारी में कैद होकर रह जाती है।
सोनाली सैनी, मेधावी छात्राएं