-तमाम कोशिशों के बाद भी आरयू और बीसीबी में नहीं हो पा रहे हैं छात्रसंघ चुनाव

-पहले बीसीबी में अब आरयू में प्रोफेसर ने चुनाव अधिकारी करने से किया इनकार

>BAREILLY: इलाहाबाद-गोरखपुर समेत प्रदेश की कई यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ चुनाव हो चुका है लेकिन बीसीबी और आरयू में कोई चुनाव अधिकारी ही बनने को तैयार नहीं जिसके चलते यहां चुनाव लटका हुआ है। आरयू और बीसीबी में चुनाव अधिकारी न बनने के पीछे छात्रों की गुंडागर्दी वजह मानी जा रही है। क्योंकि स्टूडेंट्स लीडर्स आए दिन कैंपस में हंगामा करते रहते हैं। ऐसे में प्रोफेसर्स को चुनाव अधिकारी का ताज टीचर्स को कांटो वाला ताज लग रहा है। इसलिए इसे कोई नहीं पहनना चाहता है।

चुनावी प्रक्रिया अधर में

शैक्षिक सत्र स्टार्ट होते ही छात्रसंघ चुनाव की मांग उठने के बाद बीसीबी मैनेजमेंट ने फिजिक्स के प्रो। संजीव सक्सेना को चुनाव अधिकारी बनाया, लेकिन उन्होंने पारिवारिक कारणों को हवाला देते हुए चुनाव अधिकारी बनने से इनकार कर दिया। इसके बाद वाइस प्रिंसिपल डॉ। अजय कुमार शर्मा को यह जिम्मेदारी दी गई लेकिन एडमिशन प्रक्रिया पूरी नहीं होने के कारण चुनाव प्रक्रिया अधर में लटकी हुई है।

टेबिल-टेबिल घूम रही फाइल

उधर आरयू में चुनाव अधिकारी को लेकर फाइल टेबिल-टेबिल घूम रही है, लेकिन यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन अभी तक चुनाव अधिकारी नहीं तय कर पाया है। स्टूडेंट लीडर की मांग पर यूनिवर्सिटी ने डीएसडब्ल्यू प्रो। नीलिमा गुप्ता के सामने चुनाव अधिकारी बनने का प्रस्ताव रखा। जिसे उन्होंने नकार दिया। इसके एक बार फिर यूनिवर्सिटी के सामने समस्या खड़ी हो गई है कि किसे चुनाव अधिकारी बनाया जाए। उधर, लिंगदोह कमेटी की सिफारिश के मुताबिक छात्रसंघ चुनाव शैक्षिक सत्र स्टार्ट होने से 56 दिन के अंदर हो जाने चाहिए, लेकिन वह समय सीमा भी बीत चुकी है।