एग्जाम देने के बाद भी बहुत से स्टूडेंट्स हो गए हैं अब्सेंट

अब्सेंट स्टूडेंट के करेक्श्न में लगता है करीब दो माह का वक्त

>BAREILLY: हॉयर एजुकेशन के लिए एडमिशन शुरू हो गया है। स्टूडेंट्स ने एडमिशन के लिए भागदौड़ भी शुरू कर दी है लेकिन बहुत से ऐसे भी स्टूडेंट्स हैं जो एडमिशन के लिए नहीं बल्कि मार्कशीट करेक्शन के लिए दौड़ लगा रहा हैं। दरअसल बोर्ड की लापरवाही के चलते बहुत से स्टूडेंट्स एग्जाम देने के बाद भी अब्सेंट हो गए हैं। ऐसे में उनके सामने यह प्रॉब्लम खड़ी हो गई है कि वह एडमिशन कैसे कराएं।

अब्सेंट वाली गड़बडि़यां ज्यादा

यूपी बोर्ड का रिजल्ट डिक्लेयर होने के बाद रिजल्ट की गड़बडि़यों से जुड़ी हुई कम से कम पांच अप्लीकेशन रोज आ रही है। अब तक इसका आंकड़ा आंकड़ा 213 तक पहुंच चुका है। इसमें करीब 135 स्टूडेंट्स ऐसे हैं जिनके अप्लीकेशन में ऐसे छात्रों की संख्या ज्यादा है जो एग्जाम देने के बाद भी मार्कशीट में अब्सेंट हैं। इनमें भी इंटरमीडियट के छात्रों की संख्या हाईस्कूल से ज्यादा है। इसके अलावा विभाग के पास स्टूडेंट के नाम में करेक्शन, एक विषय की जगह किसी अन्य विषय का नाम मार्कशीट में चढ़ जाना जैसी गड़बड़ी की शिकायतें भी हैं।

करेक्शन में लगेगा दो महीना

प्रशासनिक अधिकारी वीसी जोशी के मुताबिक अब्सेंट मार्कशीट के केसेस के निपटारे में करीब दो महीने का लंबा समय लग जाता है। स्टूडेंट्स के एग्जाम में उपस्थित रहने के सभी प्रमाणपत्र क्षेत्रीय कार्यालय को इलाहाबाद मुख्यालय भेजना होता है। वहां से अप्रूव होने के बाद मार्कशीट में करेक्शन मान्य हो मार्कशीट को प्रिंट कराने के लिए भेजा जाता है। प्रिंट होने के बाद मार्कशीट क्षेत्रीय कार्यालय आती है। इसके बाद इसे संबंधित स्कूल भेजा जाता है। जहां से स्टूडेंट करेक्टेड मार्कशीट प्राप्त करता है। तो जाहिर है कि प्रक्रिया में लंबा वक्त तो लग ही जाएगा।

तो लटक जाएंगे एडमिशन

एग्जाम देने के बाद भी अब्सेंट शो होने वाली मार्कशीट करेक्ट होने में जुलाई का महीना बीत जाएगा। ऐसे में इंटरमीडियट के उन छात्रों का साल खराब होने की पूरी संभावनाएं हैं जो हायर एजुकेशन के लिए एडमिशन का वेट कर रहे हैं। डिग्री कालेजेज के एडमिशन ओपेन हो चुके हैं और लगभग सभी कालेजेज में जुलाई के अंत तक एडमिशन पूरे हो जाएंगे। ऐसे में इन छात्रों का एडमिशन अटक जाएगा। हालांकि हाईस्कूल के ऐसी मार्कशीट वाले छात्रों को इसलिए ज्यादा परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा क्योंकि 11वीं में होम एग्जाम होता है। और अधिकतर छात्र हाईस्कूल के बाद सेम स्कूल में ही 11वीं में एडमिशन लेते हैं।

मार्कशीट करेक्शन का काम दो दिन पहले शुरू हो गया है। पूरी कोशिश की जा जा रही है कि मार्कशीट करेक्शन का काम जल्द से निपटा लिया जाए। हालांकि विषय में अब्सेंट शो करने वाली मार्कशीट के करेक्ट होने में वक्त ज्यादा लगता है।

- संजय उपाध्याय, क्षेत्रीय सचिव, यूपी बोर्ड क्षेत्रीय कार्यालय