स्टडी में इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले स्टूडेंट्स की तादाद में 50 फीसदी का इजाफा

विकीपीडिया के साथ ही स्टूडेंट्स यू-ट्यूब की वीडियो क्लासेस से कर रहे स्टडी

BAREILLY: वक्त के साथ वाइड होते सिलेबस को सॉल्व करने के लिए अब स्टूडेंट्स सिर्फ क्लासेज पर ही डिपेंड नहीं रहे। बल्कि, वह सब्जेक्ट की डिपली नॉलेज के लिए नेट सर्फिग का भी जमकर यूज कर रहे हैं। यही वजह है कि स्टूडेंट्स स्मार्ट तरीके से कामयाबी का झंडा बुलंद कर रहे हैं। रिजल्ट में हाईएस्ट मा‌र्क्स का बढ़ता ग्राफ इसकी निशानी है। इस बात को टीचर्स भी एक्सेप्ट कर रहे हैं कि स्टूडेंट्स ने नेट का यूज कर अपनी क्षमता बढ़ाई है।

12वीं के स्टूडेंट्स ज्यादा कर रहे यूज

पढ़ाई करने के लिए स्टूडेंट्स ने इंटरनेट का खूब इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। सिलेबस के टॉपिक की इंटरनेट पर डिपली स्टडी की आदत बना चुके स्टूडेंट्स की संख्या में 50 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है। इंटरनेट के यूज को लेकर स्टूडेंट अश्रुति कहती हैं कि टॉपिक को नेट पर पढ़ लेने से उसकी वाइड नॉलेज मिल जाती है, जिसका पॉजिटिव इंपेक्ट क्लास परफार्मेस पर पड़ता है। इंटरनेट इस्तेमाल करने वाले स्टूडेंट्स में 12वीं क्लास के स्टूडेंट्स की संख्या ज्यादा है। इस बाबत केमेस्ट्री के टीचर आरएम सक्सेना कहते हैं कि 10वीं के बच्चे की बेसिक नॉलेज बहुत क्लीयर नहीं होती, जबकि इंटरनेट पर कोई भी टॉपिक स्टडी करने के लिए बेसिक नॉलेज क्लीयर होना बहुत जरूरी है। इसलिए इंटरनेट को पढ़ाई में कंस्ट्रक्टिव इस्तेमाल 11वीं व 12वीं के बच्चे ज्यादा कर पाते हैं।

यू-टयूब की भी ले रहे मदद

अब स्टूडेंट्स सिलेबस के रिफरेंसेंस विकीपीडिया पर पढ़कर सिर्फ अपने नोट्स तैयार नहीं करते। बल्कि वे पढ़ाई के लिए यू-ट्यूब का भी खासा इस्तेमाल करने लगे हैं। हालांकि बोर्ड एग्जाम के साथ कॉम्पिटेटिव एग्जाम की तैयारी करने वालों के स्टूडेंट्स की इंटरनेट इस्तेमाल में संख्या औसतन ज्यादा है। सीबीएसई से 12वीं पास करने वाले सिद्धांत कहते हैं कि उन्होंने एग्जाम की तैयारी यू-ट्यूब पर अवेलबल सब्जेक्ट की वीडियो क्लासेस से पढ़ाई की।

40 फीसदी स्मार्ट हुए यूपी बोर्ड के स्टूडेंट

इस साल बोर्ड एग्जाम पास करने वाले यूपी बोर्ड के तकरीबन 40 फीसदी स्टूडेंट्स ने पढ़ाई के लिए इंटरनेट का खासा इस्तेमाल किया। साइंस के टीचर एके त्रिपाठी मानते हैं कि अब सामान्य परिवार वर्ग से आने वाले यूपी बोर्ड स्टूडेंट्स के बच्चों के पास इंटरनेट अवेलबिलिटी बढ़ी है। हालांकि, ये शिक्षक मानते हैं कि ब्रिलियंट स्टूडेंट्स का ही पढ़ाई के लिए इंटरनेट इस्तेमाल करना एक मिथ है, इंटरनेट का पढ़ाई में इस्तेमाल कर एक्स्ट्रा नॉलेज गेन करना स्मार्ट स्टूडेंट्स की निशानी है, लेकिन ये जरूरी नहीं कि हर स्मार्ट स्टूडेंट हाई परसेंटेज लाकर ब्रिलियंट का तमगा हासिल कर पाए।

इनका किया जमकर इस्तेमाल

- सीबीएसई एकेडमिक वेबसाइट पर उपलब्ध सैंपल पेपर, व अन्य बो‌र्ड्स के सिलेबस के इंटरनेट रिफरेंस को स्टूडेंट्स ने जमकर ब्राउज किया।

-यू-ट्यूब व ऑनलाइन क्लासेस को भी अपनी पूरे साल की स्टडी के लिए इस्तेमाल किया।

- एक साल में व्हाट्सएप इस्तेमाल करने वाले स्टूडेंट्स की संख्या में इजाफा हुआ, जिससे इन्हें नोट्स व नॉलेज एक्सचेंज करने में आसानी हुई।

- पूरे साल प्रोजेक्ट बनाने के लिए 95 परसेंट स्टूडेंट ने इंटरनेट का खूब इस्तेमाल किया।

ऐन मूमेंट पर इंटरनेट स्टडी से तौबा

पूरे साल जमकर इंटरनेट इस्तेमाल करने वाले स्टूडेंट्स में से 98 पर्सेट स्टूडेंट एग्जाम की ऐन मूमेंट प्रिपरेशन के दौरान इंटरनेट का यूज बंद कर देते हैं। इस साल आर्ट स्ट्रीम से 12वीं के बोर्ड एग्जाम देने वाली नमरा कहती हैं कि पूरे साल प्रोजेक्ट बनाने और एक्स्ट्रा स्टडी के लिए इंटरनेट इस्तेमाल तो किया, लेकिन एग्जाम के वक्त नेट स्टडी से पढ़ाई डिस्टर्ब होती। लिहाजा, मैंने लास्ट मूमेंट में बुक्स से ही पढ़ाई की। इस बाबत शिक्षक एके त्रिपाठी मानते हैं कि एग्जाम में मा‌र्क्स गेन करने के लिए जो सिर्फ सिलेबस पढ़ना ही काफी होता है, इस वक्त इंटरनेट का इस्तेमाल स्टूडेंट्स को कंफ्यूज न करें, इसलिए मैंने अपने स्टूडेंट्स को आखिरी समय इंटरनेट न इस्तेमाल करने की सलाह दी।

मैं हार्ड एंड स्मार्ट स्टडी में बिलीव करता हूं, इंटरनेट से स्टडी करना हेल्पफुल है। ट्वेल्थ बोर्ड की प्रिपरेशन के लिए मैंने यू-ट्यूब की वीडियो क्लासेस की हेल्प ली।

- अक्षित अग्रवाल, स्टूडेंट

इंटरनेट की हेल्प से स्टडी करने से पर्टिकुलर सब्जेक्ट की वाइड नॉलेज मिलती है, जिसका फायदा बोर्ड रिजल्ट के साथ की कॉम्पिटीशन एग्जाम क्रैक करने में भी होता है।

- अश्रुति, स्टूडेंट