-आरयू के गेट पर जामिया मिलिया इस्लामियां यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर की गाड़ी रोकी

-एम फिल में एडमिशन प्रोसेस में छूट की मांग

- यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने आठ दिन में समस्या निस्तारण का दिया आश्वासन

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क्चन्क्त्रश्वढ्ढरुरुङ्घ

मास्टर ऑफ रूरल डेवलपमेंट एंड मैनेजमेंट के स्टूडेंट्स ने एम फिल की अनुमति नहीं देने पर सैटरडे को आरयू कैंपस में जमकर उत्पात मचाया। आरयू में सैटरडे को एम फिल में एंट्रेस एग्जाम को लेकर यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने मीटिंग बुलाई थी, जिसकी भनक स्टूडेंट्स को लग गई। मीटिंग में भाग लेने आए जामिया मिलिया के प्रोफेसर और कमेटी के मेंबर्स को प्रोफेसर नौशाद अली आजाद की कार कार गेट पर रोक ली। स्टूडेंट्स द्वारा घेराबंदी होने पर प्रोफेसर को एडमिनिस्ट्रेशन ब्लॉक तक पैदल जाना पड़ा। कमेटी के अन्य सदस्यों के रजिस्ट्रार ऑफिस पहुंचने पर स्टूडेंट्स ने वहां पर धावा बोल दिया। स्टूडेंट्स ने आठ घंटे तक रजिस्ट्रार कार्यालय पर डेरा जमाए रखा। रजिस्ट्रार और कमेटी के सदस्यों को कार्यालय में बंधक बना लिया। यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने आठ दिन का समय मांगा, तो स्टूडेंट्स मान गए। वहीं, रजिस्ट्रार का कहना है कि प्रस्ताव तैयार करके वीसी को भेजा जाएगा।

पांच सदस्यीय कमेटी बनाई

एमआरडीएम के स्टूडेंट उपेन्द्र पटेल ने एमफिल इकोनॉमिक्स में एडमिशन के लिए आवेदन किया। इस पर यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने कहा एमआरडीएम का कोर्स 2014 में बंद हो चुका है। इसलिए स्टूडेंट्स को एडमिशन नहीं मिल सकता है। स्टूडेंट ने एचआरडी मंत्रालय के नियमों का हवाला देते हुए एडमिशन देने का प्रेशर बनाया। लेकिन यूनिवर्सिटी नहीं मानी। साथ ही वीसी प्रो। मुशाहिद हुसैन के आदेश पर एमफिल (इकोनॉमिक/ क्षेत्रीय एवं व्यवहारिक अर्थशास्त्र) में प्रवेश में दिए जाने के संबंध में समतुल्य अर्हता निर्धारित करने के लिए पांच सदस्यीय कमेटी बना दी। आरयू कैंपस में चलने वाले उन्नत समाज विज्ञान संकाय के डीन प्रो। अभय कुमार सिंह को संयोजक बनाया। अर्थशास्त्र/ क्षेत्रीय एवं व्यवहारिक अर्थशास्त्र के एचओडी डॉ। एमके सिंह और क्षेत्रीय एवं व्यवहारिक अर्थशास्त्र विभाग के सुबोध धवन को सदस्य बनाया। साथ ही एमआरडीएम के रिटायर्ड एचओडी डॉ। दिलीप कुमार और जामिया मिलिया इस्लामिया के प्रो। नौशाद अली आजाद को बाह्य विशेषज्ञ के रूप में रखा। कमेटी की सैटरडे को रजिस्ट्रार ऑफिस में बैठक होनी थी। इसकी जानकारी होते ही अंबेडकर छात्र सभा के नेतृत्व में सैकड़ों स्टूडेंट्स आरयू पहुंच गए। जैसे ही जामिया मिलिया इस्लामिया के प्रोफेसर की गाड़ी गेट पर पहुंची। उसे रोक लिया। साथ ही जमकर यूनिवर्सिटी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन की इस हठधर्मिता के चलते हजारों स्टूडेंट्स का भविष्य अधर में लटक गया है। स्टूडेंट्स ने यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन से स्टूडेंट्स हित में कदम उठाने की मांग की। इस मौके पर अंबेडकर छात्र सभा के जिलाध्यक्ष जोगेन्द्र पटेल, अजय कुमार आदि मौजूद रहे।

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यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने आठ दिन का समय मांगा है। स्टूडेंट्स को एडमिशन में छूट के लिए प्रस्ताव तैयार करके वीसी को भेजा जाएगा। वीसी के आदेश होते ही स्टूडेंट्स को एडमिशन दे दिया जाएगा।

डॉ। साहब लाल मौर्य, रजिस्ट्रार