बरेली (ब्यूरो)। आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा द्वारा 17 जून को नमाज के बाद धरना-प्रदर्शन का एलान किया गया था। हालांकि अब उन्होंने इसे 19 जून को करने की बात कही है। वहीं प्रशासन ने भी इसे रोकने के लिए कमर कस ली है। पुलिस प्रशासन सोशल मीडिया पर अपनी तैयारियों के साथ धर्मगुरुओं से धरना-प्रदर्शन न करने की अपील करा है। शहर के सम्मानित व प्रख्यात महानुभावों ने सोशल मीडिया पर मार्मिक अपील करते हुए लोगों से जुमे की नमाज के बाद शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील है। इसमें उन्होंने कहा है कि बरेली ने हमेशा अमन-शांति और भाईचारे का संदेश दिया है। इसे बनाए रखें।

सोशल मीडिया पर अपील
बरेली ने हमेशा अमन-शांति और भाईचारे का संदेश दिया है। कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी बरेलियंस अपनी इस पहचान पर आंच नहीं आने दी है। आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि बरेलियंस अतीत की तरह भविष्य में भी अमन-शांति और भाईचारे की मिसाल कायम करेंगे।
वसीम बरेलवी, प्रख्यात शायर

सभी से अपील है कि जुमा के दिन शांति व्यवस्था कायम रखें। कोई हंगामा या प्रदर्शन न करें। अमन और चैन कायम रखने में प्रशासन का सहयोग करें। बरेलियंस ने हमेशा अमन शांति का पैगाम दिया है। धरना प्रदर्शन कर माहौल बिगाडऩे का प्रत्यन न करें।
नवाब मुजाहिद, सम्मानित नागरिक

शांति बनाए रखिए। इस्लाम सबसे पवित्र धर्म है। यह प्यार मोहम्मद का संदेश देता है। इसलिए हमें कानून के दायरे में रहकर ही काम करना चाहिए। ताकि शांति और सौहार्द्र बना रहे। कहा कि अच्छा मुसलमान वही है, जिससे किसी को तकलीफ न पहुंचे।
मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी, राष्ट्रीय महासचिव तंजीम उलमा-ए-इस्लाम

17 जून को अमन, चैन, आपसी प्रेम और भाईचारा बनाए रखना है। कोई भी व्यक्ति किसी भी दूसरे धर्म के बारे में गलत बात न करे। कोई भी सोशल मीडिया पर भडक़ाऊ पोस्ट न करे। बरेली आला हजरत और पंडित राधेश्याम का शहर है।
डॉ। कदीर अहमद, प्रदेश अध्यक्ष अमन कमेटी बरेली

आईएमसी प्रमुख से अनुरोध करता हूूं कि बरेली की अमन-शांति को बनाए रखने के लिए वो पुरजोर कोशिश करें। आपके एक इशारे पर आला हजरत की पाक जमीन पर अमन की बारिश होगी। आपको बरेली में दोनों समुदाय के लोग अच्छी तरह जानते और मानते हैं।
पंडित जनार्दन आचार्य

बरेली की जनता ने सदैव कौमी एकता, भाईचारा और सदभावना का संदेश दिया है। कई बार तनावपूर्ण स्थिति भी झेली हैं। 10 जून को प्रदेश में कई जगह माहौल बिगड़ा हुआ था, लेकिन धर्मगुरुओं और प्रतिष्ठित लोगों ने बरेली का माहौल नहीं बिगडऩे दिया।
जगदीश चंद्र पालीवाल, वरिष्ठ समाजसेवी व रंगकर्मी


गलत संदेश मिलने पर पुलिस तक पहुंचाएं डिजिटल वॉलंटियर्स : आईजी
17 जून को धरना-प्रदर्शन को लेकर प्रशासन पूरी सतर्कता बरत रहा है। साथ ही सोशल मीडिया पर पूरी तरह निगरानी की जा रही है। बुधवार को पुलिस लाइन स्थित रविंद्रालय में आईजी ने हर थाना क्षेत्र से पहुंचे वॉलंटियर्स के साथ बैठक कर चर्चा की। इस अवसर पर आईजी रमित शर्मा ने कहा कि हर थाना क्षेत्र के डिजिटल वॉलंटियर्स अपने-अपने क्षेत्र में सोशल मीडिया पर यदि कोई गलत संदेश, आपत्तिजनक पोस्ट चल रही है तो उसे पुलिस तक पहुंचाएं। साथ ही पुलिस की बात भी सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों तक अवश्य पहुंचाएं ताकि यदि कोई बच्चा या महिला भडक़ाऊ या धार्मिक टिप्पणी करती है तो उन्हें समझाया जा सके और यदि कोई पढ़ा लिखा व्यक्ति ऐसा करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जा सके.उन्होंने कहा कि पुलिस अच्छे लोगों की सपोर्ट करती है और खुराफाती लोगों को सजा देती है।


अब 19 जून को धरना करने का एलान
भाजपा प्रवक्ता रहीं नुपुर शर्मा को लेकर इस्लामिया मैदान पर होने वाला धरना एक बार फिर स्थगित कर दिया गया है। आइएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा ने जुमे को नहीं अब 19 जून को धरना देने का ऐलान किया है। अब इतवार को धरना दिया जाएगा। इसकी अनुमति भी प्रशासन ने दे दी है। मौलाना तौकीर रजा ने नूपुर शर्मा पर पैगंबरे इस्लाम पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाते हुए दो सप्ताह पहले इस्लामिया मैदान पर धरना-प्रदर्शन की धमकी दी थी। उन्होंने नूपुर शर्मा को भाजपा प्रवक्ता पद से हटाने और उनकी गिरफ्तारी की मांग की थी।

पढ़ेंगे यौमे दुरूद
भाजपा ने उन्हें प्रवक्ता पद से हटा दिया। लेकिन, गिरफ्तारी न होने पर मौलाना का धरना-प्रदर्शन का एलान जारी रहा। उन्होंने गंगा दशहरा के चलते 10 जून का धरना स्थगित कर 17 जून को करने का एलान किया था। बुधवार को उन्होंने एक बार फिर धरना स्थगित कर दिया। दरगाह आला हजरत स्थित अपने आवास पर उन्होंने बताया कि हुकूमत जुमे के दिन धरना होने से खौफजदा है, इसलिए धरना अब 19 जून रविवार को होगा। उन्होंने बताया कि धरना में महिलाएं और छोटे बच्चे शामिल नहीं होंगे। बताया कि धरना शांतिपूर्वक होगा। उसमें सामूहिक यौमे दुरूद पढ़ा जाएगा।

प्रधानमंत्री तोड़ें चुप्पी, नहीं होगा धरना
मौलाना तौकीर ने बताया कि हमारा धरना नुपुर शर्मा के विरुद्ध नहीं है। हम उनकी गिरफ्तारी की मांग नहीं कर रहे हैंं। हम सरकार से सफाई चाहते हैं कि उनकी क्या पालिसी है। प्रधानमंत्री अपने बयान नहीं खोल रहे हैं। वह मामले में अपनी चुप्पी तोड़ देंगे तो हम भी धरना नहीं देंगे।

उलमाओं को डरा रहे
आइएमसी प्रमुख ने कहा कि मेरे उलमाओं को डराया जा रहा है, उन्हें मुकदमों में फंसाने की धमकी जा रही है। बुलडोजर का डर भी दिखाया जा रहा है। यह गलत है। उनके खिलाफ नहीं मेरे विरुद्ध कार्रवाई करें। बोले, हम गुलाम बनकर नहीं रहना चाहते हैं। नफरत, दंगे, फसाद से आजादी चाहता हूं। कानपुर बवाल के लिए बोले, पुलिस की साजिश से दंगा हुआ। कहा, वर्ष 2014 से पहले बहुत बम फूटा करते थे वह अब क्यों नहीं फूटते।