-सीएमओ के निर्देश के बावजूद एपिडेमलॉजिस्ट सस्पेक्टेड डेंगू मरीजों के सैंपल नहीं ले रहे

-जानकारी के बावजूद निजी हॉस्पिटल में दो दिन तक सस्पेक्टेड डेंगू मरीज का सैंपल नहीं लिया

-आईडीएसपी भेजा गया सैंपल खारिज किया, खुद भी नहीं लिए सैंपल, सीएमओ से छुपाई जानकारी

BAREILLY: शहर में डेंगू की आहट मिलने भले ही हेल्थ डिपार्टमेंट नियमों और निर्देशों के पुलिंदे निजी हॉस्पिटल्स को भेज उन्हें अपनी जिम्मेदारियां याद दिलाने में जुटा हो। लेकिन असल में डेंगू की रोकथाम में सीएमओ के जिम्मेदार ही इस मुहिम को पलीता लगा रहे हैं। शहर के निजी हॉस्पिटल में सस्पेक्टेड डेंगू मरीज की जानकारी मिलने के बावजूद सीएमओ डॉ। विजय यादव के आईडीएसपी अधिकारी व उनकी टीम मरीज का सैंपल लेने नहीं पहुंची। न सिर्फ सैंपल लेने ही नहीं पहुंचे, बल्कि हॉस्पिटल की तरफ से पहुंचाया गया मरीज का सैंपल भी लेने से खारिज कर दिया। डेंगू जैसी जानलेवा बीमारी पर हद दर्जे कि लापरवाही बरतने वाली आईडीएसपी टीम की कारगुजारी मालूम होते ही सीएमओ ने जिम्मेदारों को बुरी लताड़ लगाई और कार्रवाई के लिए जवाब तलब कर लिया है।

गंभीर हालत में एडमिट है मरीज

मीरगंज के सिंधौली गांव के निवासी अगरवाल मौर्य को 5 अगस्त को तेज बुखार आने पर परिजनों ने लोकल डॉक्टर को दिखाया। डॉक्टर की राय पर परिजनों ने उसे रामपुर गार्डेन स्थित रश्मि गोयल हॉस्पिटल में एडमिट कराया। बीमारी के लक्षण डेंगू के मिलने पर मरीज का एनएस वन एंटीजन टेस्ट कराया जो पॉजिटीव निकला। वहीं मरीज के प्लेटलेट्स भी 10 हजार पर पहुंच गए। सीवियर कंडीशन में डॉ। राजीव गोयल की देखरेख में उसका इलाज शुरू हुआ। फ्राइडे को मरीज की हालत में मामूली सुधार हुआ और प्लेटलेट्स 20 हजार पहुंचे।

मांगने के बाद लौटा दिया सैंपल

डेंगू का सस्पेक्टेड केस होने के चलते मरीज का इलाज कर रहे डॉ। गोयल ने 6 अगस्त को हॉस्पिटल की ओर से सीएमओ ऑफिस के इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम, आईडीएसपी इंचार्ज व एपिडेमलॉजिस्ट डॉ। मीसम अब्बास को 6 अगस्त को ही इसकी सूचना दी। सुबह 10 बजे मोबाइल पर हुई बातचीत में हॉस्पिटल की ओर से आईडीएसपी इंचार्ज के डेंगू सैंपल लेने की अपील की गई। इस पर आईडीएसपी इंचार्ज ने सैंपल भिजवाने को कहा। जब हॉस्पिटल की ओर से मरीज का सैंपल व जांच रिपोर्ट दोपहर 1 बजे सीएमओ ऑफिस भिजवाई गई तो आईडीएसपी इंचार्ज ने सैंपल व रिपोर्ट खारिज करते हुए लौटा दी।

डेंगू पर बरती घोर लापरवाही

साल 2013 में बरेली में दो दर्जन से ज्यादा मरीजों की मौत डेंगू से हुई थी। हालांकि हेल्थ डिपार्टमेट इतने बड़े आंकड़े को खारिज करता रहा और ज्यादातर मौतों की वजह बुखार को बताता रहा। इस साल 2015 में अगस्त शुरु होते ही डेंगू की आहट शुरू हो गई। जिस पर सीएमओ ने निजी हॉस्पिटल्स को डेंगू सस्पेक्टेड मरीजों की जानकारी तुरंत साझा करने और आईडीएसपी को उसी दिन सैंपल कलेक्ट करने के कड़े निर्देश थे। लेकिन 6 अगस्त को निजी हॉस्पिटल के डेंगू सस्पेक्टेड मरीज का सैंपल लौटाने के बाद न उसी दिन और न ही अगले दिन फ्राइडे को मरीज का सैंपल कलेक्ट किया गया। न ही डेंगू की पुष्टि के लिए सैंपल को लखनऊ एलाइजा रीडर जांच के लिए भेजा जा सका।

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3 अन्य मरीजों के सैंपल पर भी सस्पेंस

शहर में तीन दिन पहले जिन सस्पेक्टेड डेंगू मरीज के मिलने से सीएमओ ऑफिस हरकत में आया था, उन तीनों मरीजों के सैंपल पर भी सस्पेंस बन गया है। चौपुला स्थित दीपमाला हॉस्पिटल में डेंगू के तीन सस्पेक्टेड मरीज एडमिट हुए। इसकी जानकारी मिलते ही सीएमओ ने हॉस्पिटल को नोटिस जारी कर दी और सीएमओ ऑफिस को डेंगू सस्पेक्टेड मरीजों की जानकारी न दिए जाने पर जवाब तलब कर लिया। बतौर सीएमओ थर्सडे को आईडीएसपी की टीम हॉस्पिटल पहुंची, लेकिन हॉस्पिटल ने मरीज डिस्चार्ज किए जाने की जानकारी दी। जिससे उनके सैंपल जांच के लिए नहीं लिए जा सके। वहीं हॉस्पिटल के डॉ। सोमेश मेहरोत्रा का कहना है कि तीनों सस्पेक्टेड मरीजों के सैंपल सीएमओ ऑफिस भेज दिए गए थे। वहीं तीन में से दो मरीज डिस्चार्ज हुए हैं।

जानकारी के बावजूद सस्पेक्टड डेंगू के सैंपल न लिए जाने का मामला बेहद गंभीर है। सस्पेक्टेड डेंगू मरीज की जानकारी मिलते ही तुरंत सैंपल लेकर लखनऊ जांच के लिए भेजे जाने के कड़े निर्देश हैं। एपिडमेलॉजिस्ट से इस लापरवाही पर जवाब तलब किया गया है। लापरवाही मिली तो कड़ी कार्रवाई करूंगा। - डॉ। विजय यादव, सीएमओ

डेंगू पर निजी हॉस्पिटल्स व सिनेमा को अलर्ट

सीएमओ ने सभी निजी हॉस्पिटल्स व सिनेमा को कूलर में पानी हटाने के दिए निर्देश

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शहर में डेंगू की दस्तक से सहमे हेल्थ डिपार्टमेंट ने निजी हॉस्पिटल्स को सस्पेक्टेड डेंगू केसेज की जानकारी मुहैया कराने के निर्देश के बाद एक और अलर्ट जारी कर दिया। सीएमओ डॉ। विजय यादव की ओर से शहर के सभी निजी हॉस्पिटल्स, नर्सिग होम्स और सिनेमा को अपने यहां लगे कूलर से पानी हटाने के निर्देश जारी किए गए हैं। अलर्ट में सीएमओ की ओर से सभी निजी हॉस्पिटल्स व सिनेमा संचालकों को साफ किया गया है कि मरीजों के लिए लगाए गए कूलर में से तुरंत पानी खाली किया जाए। साथ ही मच्छरों से बचाव के तरीके अपनाए जा सके। दरअसल डेंगू का मच्छर मलेरिया के मच्छर से इतर साफ पानी में अंडे देता है। कूलर में जमा पानी डेंगू मच्छरों के अंडे देने के लिए आइडियल जगह होती है। जिससे अन्य स्वस्थ लोगों के भी डेंगू की चपेट में आने का खतरा बढ़ जाता है।

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देवचरा में डेंगू सस्पेक्टेड मरीज की मौत

डेंगू के एक सस्पेक्टेड मरीज की फ्राइडे को इलाज के दौरान बरेली में मौत हो गई। देवचरा निवासी व पेशे से मजदूर चन्द्रपाल को चार दिन पहले तेज बुखार आया। हालत बिगड़ने पर परिजन उसे शहर के एक निजी अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टर ने डेंगू के लक्षण देख रुहेलखण्ड मेडिकल कॉलेज के लिये रेफर कर दिया। थर्सडे को इलाज के दौरान मजदूर की मौत हो गई। हालांकि मौत की वजह डेंगू होना कंफर्म न हो सकी। बुखर के बाद हुई मजदूर की मौत से पूरे गांव में दहशत का माहौल बन गया है।

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