-इंटर डिस्ट्रिक्ट ट्रांसफर और प्रमोशन के तहत टीचर्स को आवंटित किए गए स्कूल्स

-बीएसए ऑफिस का खेल, चहेते टीचर्स के स्कूल्स में किया बदलाव, संशोधन का नहीं है शासनादेश

>BAREILLY: टीचर्स और अधिकारियों की सेटिंग से परिषदीय स्कूल्स की शिक्षा का बेड़ा गर्क हो रहा है। जिसका खामियाजा स्टूडेंट्स को भुगतना पड़ रहा है। दरअसल, इंटर डिस्ट्रिक्ट ट्रांसफर स्कीम के तहत जिन टीचर्स का ट्रांसफर स्कूल्स में कर दिया गया था। वह अब संशोधन के लिए अधिकारियों के दफ्तरों में दौड़ लगा रहे हैं। कइयों का ट्रांसफर सेटिंग के जरिए उनके मनचाहे स्कूल में किया जा रहा है। जिसकी वजह जहां टीचर्स की जरूरत नहीं है। वहां एक्स्ट्रा टीचर्स तैनात किए जा रहे हैं। जहां कमी है वहां पढ़ाई प्रभावित हो रही है।

450 टीचर्स का हुआ था ट्रांसफर

शासन ने सितम्बर में इंटर डिस्ट्रिक्ट ट्रांसफर स्कीम के तहत टीचर्स से आवेदन मांगे तो करीब 450 टीचर्स ने बरेली जिले में आने की दिलचस्पी दिखाई। बेसिक शिक्षा परिषद ने सभी टीचर्स का उनकी च्वॉयस पर बरेली तबादला कर दिया। इसके बाद फिर टीचर्स अपना स्कूल बदलवाने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग की दौड़ लगा रहे हैं।

अब करा रहे संशोधन

हैरत की बात यह है कि संशोधन का नियम न होने के बावजूद अधिकारी स्कूल संशोधित कर रहे हैं। इसके साथ ही मानकों के विपरीत स्कूल्स में टीचर्स तैनात कर दिए हैं। इसी का नतीजा है कि भुता ब्लॉक के खजुरिया संपत उच्च प्राथमिक विद्यालय में 120 स्टूडेंट्स को पढ़ाने की पहले से 11 टीचर्स हो गए हैं। जबकि यहां जरूरत पांच टीचर्स की है। इसी तरह ढकुनी उच्च प्राथमिक विद्यालय में 150 स्टूडेंट्स को 10 टीचर्स पढ़ा रहे हैं। यहां भी पांच टीचर्स आवश्यकता है। जबकि कई स्कूल्स टीचर्स की कमी से जूझ रहा है।

ट्रांसफर सूची में बदलाव केवल दिव्यांग और महिला टीचर्स के लिए किया जा रहा है। इसके अलावा भी कोई संशोधन किया गया है, तो उसकी जांच कराई जाएगी। दोषी मिलने पर सख्त कार्रवाई होगी।

एश्वर्या लक्ष्मी यादव, बीएसए