-लेटेस्ट टेक्नोलॉजी से रहना होगा अपडेट

-बुकिश नहीं पै्रक्टिकल नॉलेज की होगी दरकार

BAREILLY: इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट्स में नौकरी पाने की चाह रखने वाले गुरुजी को अब महज सेटिंग के बल पर नौकरी नहीं मिलेगी। वही गुरुजी जॉब के लायक होंगे, जो टेक्नोक्रेट होंगे। जो लेटेस्ट टेक्नोलॉजी के सभी आयामों से भलीभांति परिचित हों। दरअसल, प्रदेश के इंस्टीट्यूट्स में गिरती क्वालीटेटिव और स्किल्ड एजुकेशन से चिंतिंत डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (केटीयू, पहले यूपीटीयू) ने एफिलिएटेड सभी इंस्टीट्यूट्स को यह निर्देश जारी किया है। टेक्निकल इंस्टीट्यूट्स की मॉनीटरिंग एजेंसी ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) के निर्देशों के अनुसार ही केटीयू ने सभी को लेटर जारी किया है।

दोयम दर्जे की हैं फैकल्टी

टेक्निकल एजुकेशन की डिमांड को देखते हुए वर्तमान में कुकुरमुत्ते की तरह प्राइवेट इंस्टीट्यूट्स खुल गए हैं। जमीनी हकीकत यह है कि इन संस्थानों की चमकती ऊंची बिल्डिंग के अंदर की फैकल्टी काफी दोयम दर्जे की है। फैकल्टी ही वेल क्वालीफाइड नहीं है। उनके पास ही महज डिग्री है, स्किल्ड लेवल की नॉलेज नहीं है। ऐसे में ये फैकल्टी ऐसे स्टूडेंट्स की खेप तैयार कर रहे हैं, जो मार्केट में बिल्कुल असेप्ट नहीं किए जाते। इन स्टूडेंट्स के पास केवल बुकिश नॉलेज होती, लेकिन प्रैक्टिकल नॉलेज के मामले में बिल्कुल जीरो होते हैं।

जांच समिति ने दिया था सुझाव

शिक्षा के व्यावसायीकरण को लेकर एक जांच समिति का गठन किया गया था। समिति ने प्रदेश के इंस्टीट्यूट्स में दी जा रही टेक्निकल एजुकेशन को लेकर काफी गंभीर सवाल उठाए थे। समिति ने इसके रोकथाम के लिए कुछ प्वाइंट्स भी सुझाव किए थे। इन्हीं प्वाइंट्स को ध्यान में रखते हुए एआईसीटीई के निर्देश पर केटीयू ने अपने एफिलिएटेड सभी टेक्निकल इंस्टीट्यूट्स को लेटर जारी किया है।

लेटेस्ट टेक्नोलॉजी की हो नॉलेज

केटीयू ने अपने निर्देश में साफ लिखा है कि फैकल्टी में उन्हीं को शामिल किया जाए जो हाईटेक हों। वर्तमान में मार्केट में जिन टेक्नोलॉजी का चलन है, टीचर्स को उसके बारे में अच्छी नॉलेज होनी चाहिए। उन्हें लेटेस्ट सॉफ्टवेयर के बारे में न केवल नॉलेज होनी चाहिए उनके फंक्शन भी आना चाहिए। यही नहीं वे स्टूडेंट्स को उतनी ही अच्छी तरह से डिलीवर भी कर पाएं। ताकि स्टूडेंट्स को जो नॉलेज मिले उससे वे स्किल्ड हो सकें। केटीयू के रजिस्ट्रार केके चौधरी ने बताया कि उन्होंने ट्यूजडे को ही सभी को लेटर जारी किया है। एआईसीटीई ने टीचर्स की नियुक्ति के लिए जो मापदंड तैयार किए हैं, उन्हीं मानकों को फॉलो करना होगा। इसमें किसी भी प्रकार की हीलाहवाली नहीं चलेगी।