- शहर में हो चुका है पेट्रोल बम का इस्तेमाल

- 38 पंपों से 30 लाख लीटर पेट्रोल की रोजाना है खपत

- होली को लेकर प्रशासन कर रहा है अलर्ट

BAREILLY: 5 मार्च 2010 बरेली में हुए दंगे को कोई कैसे भूल सकता है। इस साम्प्रदायिक दंगे में पेट्रोल बम ने काफी तबाही मचायी थी। इस घटना के 5 साल बाद भी शहर में वही हालात बन रहे हैं। होली को देखते हुए प्रशासन जहां अलर्ट जारी कर रहा है। वहीं पेट्रोल पंप ओनर्स खुलेआम बोतल और कंटेनर में पेट्रोल दे रहे हैं। इस बात का खुलासा आई नेक्स्ट के रियल्टी चेक में हुआ। जिन भी पेट्रोल पंप पर आई नेक्स्ट का रिपोर्टर कस्टमर बन कर पहुंचा उसे बिना किसी पूछताछ के बोतल में पेट्रोल दे ि1दया गया।

तुरंत दे दिया पेट्रोल

सबसे पहले बटलर प्लाजा के पास पेट्रोल पंप पर पहुंचे। पंप कर्मचारी तुरंत बोतल में पेट्रोल दे दिया। इसके बाद सैनिक पेट्रोल पंप पर पहुंचे। जहां पर उसने चेंज पैसे होने की बात कह कर तुरंत प्लॉस्टिक की बोतल में पेट्रोल थमा दिया।

पुलिस चौकी के सामने होने के बाद भी

इसके बाद बरेली सर्विस पंप पर पहुंचे। यहां पर पेट्रोल दे रहे कर्मचारी ने कोई बात नहीं की। बस उसका यही पूछना रहा कि कितने रुपए का पेट्रोल चाहिए। और फटाफट बोतल में 60 रुपए का पेट्रोल डाल दिया। इसके बाद पटेल चौक विशेश्वर पेट्रोल पंप पर पहुंचे। यह शहर का सबसे व्यस्तम चौराहा है। लेकिन, इससे बाद भी बोतल में पेट्रोल देने से कोई परहेज नहीं। जबकि, सामने ही पुलिस चौकी है। वह भी पेट्रोल पंप कर्मचारियों को इस संबंध में टोकना या रोकना मुनासिब नहीं चाहते है। बोतल पकड़ फटाफट पेट्रोल डाल दिया।

2002 से पूरे देश में बैन

27 फरवरी 2002 में हुए गोधरा कांड के बाद सुप्रीम कोर्ट ने पूरे देश में ज्वलनशील पदार्थ प्लॉस्टिक की बोतल और कंटेनर में बेचे जाने पर रोक लगा दी थी। लेकिन पंप ओनर्स को अपने फायदे के आगे कुछ नहीं सूझ रहा है। और वह खुलेआम फेस्टिव सीजन में भी चंद रुपए के लिए बोतल में पेट्रोल बांट रहे है। शहर में इंडियन ऑयल, एचपी और भारत पेट्रोलियम कंपनी के 38 पेट्रोल पंप है। जहां से 30 लाख लीटर से अधिक पेट्रोल की खपत होती है। लेकिन, यह सुरक्षा व्यवस्था को ताक पर रख कर नियमों का उल्लंघन कर रहे है। जबकि 9 सितम्बर 2010 को जारी किए गए निर्देश में यह सख्त हिदायत दी गई थी नियम की अवहेलना करने पर पेट्रोल पंप ओनर्स के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

डीलरशीप समाप्त का है नियम

नियमों की अवहेलना करने पर डीलरशीप समाप्त करने का नियम है। बोतल और कंटेनर में पेट्रोल पंप ओनर्स को एक वॉर्निग दी जाती है। और संबंधित कंपनी को इस बात से अवगत कराया जाता है कि पेट्रोल पंप के द्वारा नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। अत: इनका डीलरशीप समाप्त की जाती है।

बॉक्स

- शहर में पेट्रोल पंप की संख्या - 38.

- रोजाना करीब 30 लाख पेट्रोल की है खपत।

- मार्च 2010 में हुए दंगे में पेट्रोल बम का हुआ था इस्तेमाल।

- घटना के बाद 9 सितम्बर 2010 को शहर में हुई थी मीटिंग।

- मीटिंग वर्तमान डीएम मनीष चौहान ने बोतल में पेट्रोल न देने के दिए थे निर्देश।

पेट्रोल पंप ओनर्स को इस संबंध में कई बार मना किया जा चुका है। एक दो दिन पेट्रोल पंप ओनर्स के साथ एक मीटिंग कर बोतल और कंटेनर में पेट्रोल न दिए जाने की बात कही जाएगी। पेट्रोल पंप ओनर्स और पब्लिक को खुद अवेयर होने की जरूरत है।

केएन रावत, सीएफओ