बरेली (ब्यूरो)। डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में बना आइसोलेशन वार्ड बदहाल है। उसमें खिड़कियां खुली और दरवाजें टूटे हैं। वार्ड को पूरी तरह से सिक्योर नहीं रखा गया है। दूसरे वार्ड के मरीज पास में ही एडमिट किए जा रहे हैं।
लोकल मास्क नहीं कारगर
शहर के शॉपिंग मॉल्स पर काफी रश रहता है। इसके बाद भी ओनर्स अलर्ट नहीं हैं। मार्केट में लोग बिना सेफ्टी मास्क के दिख रहे हैं। जिनके पास मास्क हैं, उन्हें यह नहीं पता कि ये लोकल मास्क वायरस रोकने में कारगर नहीं है। एक्सपर्ट के मुताबिक थ्री लेयर मास्क ही कोरोना वायरस को रोक सकता है, जबकि लोकल मास्क सिंगल लेयर है।
एन-95 मास्क गायब
कोरोना शहर में फैलता है, तो सेफ्टी के लिए यूज होना वाला एन-95 मास्क आपको कहीं नहीं मिलेगा। शहर में एन-95 मॉस्क की सप्लाई ही नहीं आ पा रही है। मास्क की सप्लाई दिल्ली से बरेली के लिए होती थी, लेकिन दूसरे राज्यों में मास्क की डिमांड बढ़ने के चलते शहर के मेडिकल स्टोर्स पर मास्क नहीं आ रहे हैं।
जंक्शन-डिपो पर नो अलर्टनेस
जंक्शन, पुराना रोडवेज और सेटेलाइट पर डेली हजारों पैसेंजर्स लखनऊ, आगरा समेत दूसरे शहरों तक अप-डाउन करते हैं, लेकिन इन भीड़ वाली जगहों पर कोरोना को लेकर अलर्टनेस नहीं दिखाई दी और न ही जिम्मेदारों की ओर से पैसेंजर्स को अलर्ट किया जा रहा है।
चायनीज आइटम से तौबा
कोरोना के डर से चीन से आने वाले चायनीज आइटम जैसे ब्यूटी प्रोडक्ट्स, खिलौने, पिचकारी की आवक पर रोक लग गई है। साथ ही मार्केट में भी इनकी डिमांड कम हो गई है। शॉप ओनर्स के मुताबिक कॉस्टमेटिक प्रोडेक्ट्स में की बिक्री में 20 परसेंट की कमी आई है।
नॉनवेज की डिमांड कम
शहर के नॉनवेज लवर्स में भी कोरोना की दहशत दिखने लगी है। इसी के चलते शहर में नॉनवेज की सेल पर 10-15 परसेंट की कमी आ गई है। शॉप ओनर्स ने बताया कि पहले के मुकाबले कम कस्टमर्स नॉनवेज खाने आ रहे हैं। उनका बिजनेस डाउन पड़ने लगा है।
यह जानना जरूरी
- एंटीबायोटिक कारगर नहीं
- वायरस से बचने का दवा या टीका नहीं
- किसी भी एज ग्रुप का व्यक्ति हो सकता है इंफेक्टेड
- अस्थमा, हार्ट और सुगर पशेंट्स को ज्यादा खतरा
ऐसे करें बचाव
- खांसी-जुकाम या बुखार दिखने पर उस व्यक्ति से तीन फीट की दूरी बनाए रखें।
- सी फूड, कच्चा या अधपका मांस न खाएं। अच्छी तरह पकाकर ही खाएं।
- दिन में कई बार हाथों को धोएं। 20 सेकेंड तक साबुन या सेनेटाइजर से अच्छी तरह धुलें।
- घर से बाहर या भीड़भाड़ वाली जगह जाते टाइम थ्री लेयर मास्क पहनें
- पैक्ड या डिब्बा बंद फूड खाने से बचें
- बुखार और जुकाम होने पर डॉक्टर से सलाह लें
- बुखार और खांसी होने पर यात्रा न करें
- अपने आसपास हाइजीन बनाए रखें
'शहर में किसी भी मेडिकल पर एन-95 मास्क नहीं मिल पा रहे हैं क्योंकि सप्लाई ही नहीं मिल पा रही है। ऐसे में मेडिकल ओनर्स खुद भी मुश्किल में हैं। हालांकि जिनके पास स्टॉक है, वे इसके बदले मोटी कीमत वसूल रहे हैं।'
- दुर्गेश खटवानी, बरेली केमिस्ट एसोसिएशन अध्यक्ष
'एन-95 मॉस्क की सप्लाई तब से नहीं मिली है, जब से चाइना में कोरोना वायरस ने दस्तक दी है। अब तो लखनऊ और आगरा तक कोरोना पहुंच गया है। लोगों में डर है, लेकिन बचाव के लिए मास्क नहीं मिल रहे।'
- जितेन्द्र कुमार, वायस प्रेसीडेंट बरेली केमिस्ट एसोसिएशन
आला हजरत ट्रस्ट ने बांटे मास्क
आला हजरत ट्रस्ट और युवा बरेली सेवा क्लब ने गांधी उधान में कोरोना वायरस से लोगों को अवेयर किया, साथ ही मास्क बांटे। मीडिया कोऑर्डिनेटर चगेंज खान और युवा बरेली क्लब के अध्यक्ष गुलफाम अंसारी ने बताया कि कोरोना से बचाव की जरूरत है। यहां पर मुजफ्फर रजा, कलीम कुरैशी, फिरोज और महताब हुसैन आदि रहे।