- संडे शाम 6.30 बजे 'स्टोरीज इन ए सांग' प्ले का होगा मंचन

BAREILLY:

पृथ्वी, जो सैंकड़ों संस्कृतियों को खुद में समेटे हुए है। प्रत्येक संस्कृति और समाज के अपने ढंग, भाषा और कार्य व्यवहार होते हैं। ऐसे में, जब कोई अपने समाज से इतर दूसरे समाज के ताने बाने में खुद को ढालने की कोशिश करते हैं, तो किन परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। इसकी जानकारी प्ले 'फायर्ड बाई हैमलेट' ने दी। सैटरडे को विंडरमेयर थिएटर फेस्ट हंसी की फुहारों से गूंजता रहा। मौका था, चल रहे थिएटर फेस्ट के तीसरे दिन थिएटर गैराज दिल्ली ने माइकल मोरिट्स द्वारा लिखित और निर्देशित फायर्ड बाई हैमलेट प्ले मंचित किया।

ह्यूमर होना जरूरी है

थिएटर फेस्ट में शिरकत करने पहुंचे फेम बॉलीवुड एक्टर और रायटर अश्वथ भट्ट ने आयोजित प्रेसवार्ता में खुलकर बातचीत की। उन्होंने बताया कि ऑडियंस का चुनाव हमेशा सही होता है। चाहे वह थिएटर हो या मूवी। यह निर्देशक की जिम्मेदारी है, वह क्या परोस रहा है। उन्होंने खुला संवाद कराने की मांग की। सोच को मंच मिले ऐसी संभावना जताई। साथ ही, तेजी से बदलती पीढ़ी में उन्होंने पेरेंट्स का हाथ बताया। उनके मुताबिक संचार के अनेकों साधनों में से क्या दिखाना है और क्या नहीं ऐसी जिम्मेदारी पेरेंट्स की है न कि बच्चों की। चुनाव सही होगा तो प्रभाव भी सटीक होना तय है। व्यंग्य ही एक माध्यम है, जिसके जरिए गंभीर मुद्दों को प्रस्तुत किया जा सकता है। बशर्ते मौजदू दर्शक तक मंचित कथा का सार पहुंच जाए।

हंसाकर कराया समाज से रूबरू

भारत के घुमंतू थिएटर कलाकारों का समूह बड़ी मुश्किल दौर से गुजर रहा था। न तो उनके पास नाटकों के शो थे और न ही निर्वाह के लिए पैसे। इसीलिए उन्होंने हेलसिंगर में अपना भाग्य आजमाने की सोची। उन्हें पता चला की डेनमार्क के प्रिंस हैमलेट अपने दरबार के लिए एक थिएटर कंपनी ढूंढ रहे हैं। ग्रुप के कलाकारों को मौका मिलता है। तमाम आशंकाएं उनके मन में हैं कि हेलसिंगर में उनके लिए पता नहींक्या संभावनाएं हैं। जैसे-जैसे नाटक आगे बढ़ता है हर पग प्रसिद्धि और पैसा हासिल करने की संभावना पेचीदा होती जाती है। लेकिन प्ले में संघर्ष जिस कदर बढ़ता जाता है उसी तरह ऑडी में ठहाकों में गूंज बढ़ती जाती है। लेकिन आखिर में उन्हें काम से निकाल दिया जाता है। इस दौरान दयादृष्टि रंगविनायक रंगमंडल फाउंडर डॉ। बृजेश्वर सिंह, सीइओ डॉ। शिखा सिंह, डॉ। गरिमा सिंह, नवीन कालरा मौजूद रहे।