>PILIBHIT: बदायूं और मेरठ के बाद अब पीलीभीत में तेंदुआ दहशत का सबब बना गया है। सैटरडे को डिस्ट्रिक्ट के जगरौली गांव में तेंदुए ने खेतों में काम कर रहे तीन किसानों पर हमला कर उन्हें गंभीर रूप से जख्मी कर दिया। सूचना पाकर वनाधिकारी मय अमले के तेंदुआ पकड़ने पहुंचे। इस दौरान तेंदुए ने डिप्टी रेंजर को गंभीर रूप से जख्मी कर दिया। सभी घायलों को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल, अब तेंदुए को पकड़ने के लिए दो डीएफओ व डब्ल्यूडब्ल्यूएफ की टीम गांव में लगी हुई है।

एक के बाद एक पर किया हमला

सैटरडे को दोपहर करीब एक बजे गांव जंगरौली आशा निवासी ओमकार पत्नी व दो बच्चों के साथ खेत में मिर्च तोड़ने गया था। अचानक तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया, जिससे उसके सिर व शरीर में कई जगह पंजों के गहरे जख्म हुए हैं। तेंदुए के आने की सूचना गांव में तेजी से फैली। लेकिन इस बीच तोरई, मिर्च के खेत में छिपे तेंदुए ने खेत में काम कर रहे दुलीराम को भी जख्मी कर दिया। इसके बाद पास के खेत में ही काम कर रहे किसान रामप्रकाश को भी घायल कर दिया।

पिंजड़ा लेकर पहुंचे वनाधिकारी

सूचना पर प्रभागीय निदेशक आदर्श कुमार, टाइगर रिजर्व के डीएफओ कैलाश प्रकाश, डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के परियोजना अधिकारी नरेश कुमार टीम के साथ पहुंच गए। वन अधिकारी पकड़ने के लिए प्रयास ही कर रहे थे कि डिप्टी रेंजर अरुण मोहन पर तेंदुआ झपट पड़ा। तेंदुए ने उनके सिर व हाथ में दांत गड़ा दिए। घायलों को जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है। टाइगर रिजर्व के डीएफओ कैलाश प्रकाश का कहना है कि हमने तेंदुए को पकड़ने के लिए ¨पजरा लगा दिया है।