-सुरेश शर्मा ट्रिपल मर्डर केस के मेन आरोपी हसीन ने खोले कई राज

-फेरी वाले बनकर की थी मकान की रेकी, हसीन के साथ उसका बेटा भी गिरफ्त में

-वारदात के बाद कटरी के जंगलों में छिपकर रह रहे थे दोनों शातिर

BAREILLY: सुरेश शर्मा नगर ट्रिपल मर्डर केस के मुख्य आरोपी ने पुलिस के सामने कई और राज उगले हैं। इंजीनियर योगेश मिश्र, उनकी वाइफ और मां को मौत की नींद सुलाने वाले इन दरिंदों ने चादर बेचने के बहाने दो दिन पहले इलाके की रेकी की थी। सैटरडे की नाइट पुलिस के हत्थे चढ़े हसीन और यासीन नकटिया नदी व रामगंगा नदी के बीच कटरी के जंगलों में छिपे थे। बता दें कि हाल ही में एसएसपी ने हसीन और यासीन पर भ्-भ् हजार रुपये का इनाम का भी ऐलान किया था।

ख्ख् अप्रैल की वह मनहूस रात

हसीन और यासीन ने चार अन्य साथियों के साथ मिलकर ख्ख् अप्रैल की रात घर में घुसकर इंजीनियर योगेश मिश्रा, उनकी मां पुष्पा देवी और पत्‍‌नी प्रिया मिश्रा की बेरहमी से हत्या कर दी थी। पुलिस ने ख् मई को मुखबिरों की निशानदेही पर गैंग मेंबर वाजिद को गिरफ्तार कर केस का खुलासा किया था। पुलिस ने इस मामले में मास्टर माइंड हसीन की पत्‍‌नी नाजमा और यासीन की पत्‍‌नी हाशिमा को भी अरेस्ट कर चुकी थी। यही नहीं केस में लूट की ज्वैलरी खरीदने वाले ज्वेलर राजू वर्मा भी अरेस्ट किया जा चुका है। पुलिस का दावा है कि हसीन और यासीन को क्क् मई को रुहेलखंड मेडिकल कालेज मोड़ के पास से अरेस्ट किया गया है।

मौत के खेल के पहले 'नाइट शो'

पुलिस ने दोनों के पास से एक थैले से प्रिया के कपड़े और चार चांदी के सिक्के बरामद किए हैं। हसीन ने अंगूठी व अन्य सामान राजू को क्भ् हजार रुपये में बेच दिए थे और बाकी सामान समीर ले गया था। पूछताछ में दोनों ने बताया कि गैंग मेंबर समीर और शंकर उर्फ फईम दिल्ली से चादर खरीदकर बेचते थे। घटना से दो दिन पहले समीर और शंकर चादर बेचने के बहाने सुरेश शर्मा नगर कॉलोनी में गए थे। उसके बाद हसीन को सूचना दी गई थी। जिसके बाद उनके घरों की महिलाएं भीख मांगने के बहाने कॉलोनी गई और पूरी रेकी कर ली। ख्ख् अप्रैल को सभी कुमार टाकिज के पीछे मिले और यहां पर फिल्म देखी। फिल्म देखने के बाद हसीन दोबारा मकान देखकर आया। उसके बाद वारदात को अंजाम दिया।

कालिया ने दिखाया रास्ता

पुलिस ने अभी तक गैंग के जितने भी मेंबर को पकड़ा है वो कालिया के जरिए ही। गैंग मेंबर कालिया को वारदात के बारे में जरूर बताते थे। कालिया को पुलिस ने करीब क्0 दिन से हिरासत में ले रखा है। पुलिस ने वाजिद की गिरफ्तारी के बाद हसीन के दो स्केच तैयार कराए थे। एक स्केच कालिया के बताए हुलिए और दूसरा स्केच एक मुखबिर के बताए हुलिए पर बनाया। लेकिन दोनों स्केच ज्यादा मेल नहीं खा रहे हैं। असल में पुलिस ने हसीन व यासीन की पत्‍ि‌नयों को जेल भेजकर सबसे बड़ा गेम खेला। यासीन के छोटे-छोटे बच्चे हैं और पत्‍‌नी प्रेगनेंट भी है। इसलिए उनसे जेल में मिलने और कपड़े पहुंचाने के लिए दोनों बरेली के कटरी एरिया में रह रहे थे। करीब ख्0 साल पहले हसीन बारादरी थाने से ही जेल भेजा जा चुका है। लेकिन तब वह शराब के मामले में जेल गया था इसीलिए पुलिस के पास उसका कोई रिकॉर्ड मौजूद नहीं है। वह बीसलपुर से चोरी के मामले में भी जेल जा चुका है लेकिन रिकॉर्ड नहीं मिल सका है।

पूरे प्रदेश के लिए अनोखा केस

सुरेश शर्मा नगर का ट्रिपल मर्डर केस बरेली नहीं बल्कि पूरे प्रदेश का ऐसा केस है जिसे पुलिस के लिए खोलना चुनौती से कम नहीं था। यही वजह है कि लखनऊ पुलिस हेडक्वार्टर से केस की पूरी डिटेल बरेली पुलिस से मंगाई है। केस को एक एग्जाम्पल की तरह अन्य पुलिसकर्मियों के सामने पेश किया जाएगा। इससे फ्यूचर में पुलिसकर्मियों को हेल्प मिल सके। बरेली पुलिस ने इसका जिम्मा सीओ थर्ड असित श्रीवास्तव को सौंपा है। सीओ थर्ड केस से जुड़े हर पहलू के डॉक्यूमेंट तैयार कर लखनऊ जाकर पेश करेंगे।

ट्रिपल मर्डर केस के मास्टर माइंड हसीन और उसके बेटे यासीन को गिरफ्तार कर लिया गया है। फेरी वाले बनकर मकान की रेकी की गई थी। यह केस लखनऊ में प्रेजेंट किया जाएगा।

राजीव मल्होत्रा, एसपी सिटी बरेली