- सरकारी कॉलेज की भी नहीं है वेबसाइट

- जिनके पास है वे सिर्फ कोर्स का ही देते हैं इंफॉर्मेशन

BAREILLY: आरयू ने भले ही अब ऑनलाइन एडमिशन प्रोसेस लागू करने की आस छोड़ दी हो। उसकी यह योजना परवान चढ़ती भी कैसे, जब एफिलिएटेड कॉलेजेज ही अपने आपको अपडेट करने में इंट्रेस्ट नहीं लेते। आरयू के अधिकांश कॉलेजेज के पास न तो अपनी ऑफिशियल वेबसाइट है और ना ही ई मेल आईडी। वह भी तब जब ऑनलाइन एडमिशन के प्रोसेस को शुरू कराने के लिए आरयू तीन वर्षो तक जुगत करता रहा। लेकिन कॉलेजेज की बेरूखी की और प्राइवेट कॉलेजेज के दबाव की वजह से उसे इस योजना से अपने पांव पीछे खींचने पड़े। यही नहीं जिन कॉलेजेज के पास अपनी वेबसाइट है भी तो वे खुद अपने स्तर से ऑनलाइन फॉर्म उपलब्ध कराने की जहमत नहीं उठाते।

पुराने परंपरागत तरीकों पर ही विश्वास

ऑनलाइन एडमिशन शुरू कराने के लिए आरयू ऐसे ही तीन वर्षो तक जूझता नहीं रहा। शासन की तरफ से प्रेशर भी खूब था। इसे लागू करने के लिए ग्रांट भी जारी की गई थी। लेकिन आरयू के अधिकांश सरकारी और एडेड कॉलेजेज अभी तक पुराने परंपरागत तरीकों से ही काम करने में विश्वास रखते हैं। समय के साथ चलते हुए वे अपने आपको अपडेट करने में इंट्रेस्ट नहीं दिखा रहे हैं। कई कॉलेजेज के पास के अपनी खुद की ऑफिशियल वेबसाइट नहीं है। जिन कॉलेजेज के पास हैं तो वे मात्र सूचना देने ज्यादा और किसी काम के नहीं हैं। स्टूडेंट्स उनसे कोई खास लाभ उठा नहीं पा रहे हैं।

वेबसाइट के अलावा हेल्पलाइन सर्विस भी नहीं

शहर में एक सरकारी और तीन एडेडे कॉलेजेज हैं। वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी कन्या महाविद्यालय राजकीय और बरेली कॉलेज, कन्या महाविद्यालय भूड़ और साहू रामस्वरूप कन्या महाविद्यालय एडेड कॉलेज हैं। इसमें केवल बीसीबी और कन्या महाविद्यालय की ही अपनी वेबसाइट है। सरकारी कॉलेज अवंतीबाई और एडेड कॉलेज कन्या महाविद्यालय के पास अपनी वेबसाइट नहीं है। स्टूडेंट्स हर छोटी से छोटी इंफॉर्मेशन के लिए कॉलेज कैंपस तक दौड़ लगाते हैं। कॉलेज के पास किसी तरह की स्टूडेंट्स हेल्पलाइन सर्विस भी नहीं है। ऐसे में स्टूडेंट्स को काफी प्रॉब्लम फेस करनी पड़ती है।

वेबसाइट पर नहीं उपलब्ध कराते ऑनलाइन फॉर्म

बरेली कॉलेज और साहू रामस्वरूप ग‌र्ल्स महाविद्यालय के पास अपनी वेबसाइट है। लेकिन यह वेबसाइट कॉलेज के बारे में और वहां पर कंडक्ट किए जा रहे कोर्सेज के बारे में ही इंफॉर्मेशन दे पाते हैं। इससे ज्यादा यह वेबसाइट स्टूडेंट्स के किसी भी काम की नहीं है। एडमिशन के समय ये कॉलेज अपने स्टूडेंट्स के लिए ऑनलाइन फॉर्म उपलब्ध कराने का सिस्टम तक लागू नहीं कर पाते। नतीजा यह होता है कि न केवल बरेली बल्कि दूसरे डिस्ट्रिक्ट्स के भी स्टूडेंट्स फॉर्म लेने और उसे कॉलेज में जमा करने के लिए कैंपस तक दौड़ लगाते हैं।