-सिंह मेमोरियल इंटर कॉलेज पर पेपर आउट कराने का आरोप

-डीआईओएस ने सेंटर पर मारा छापा

-प्रतापगढ़ से मंगाया पेपर का कोड

BAREILLY

यूपी बोर्ड के एग्जाम में नकल माफिया बड़ी सेंध लगाने में कामयाब हो गए। इंटर के मैथ्स का पेपर व्हाट्सएप पर मंगाकर फोटोकॉपी की बोली लगा दी। लिहाजा, शुरू पांच-पांच सौ तो एग्जाम शुरू होने के समय तक 50 रुपए में पेपर बिक गया। पेपर बेचने का आरोप कलारी के सिंह मेमोरियल इंटर कॉलेज पर लगा। सूचना मिलते ही डीआईओएस मौके पर पहुंच गए। उन्होंने पड़ताल की। मामले की तह तक जाने के लिए प्रतापगढ़ से पेपर का कोड मंगवाया है।

दोपहर की पाली में हुआ एग्जाम

सैटरडे को दूसरी पाली में इंटर की गणित का सेकेंड पेपर था। पेपर का लिफाफा खुलने से पहले ही बाजार में पेपर की फोटो कॉपी आ गई। कलारी के सिंह मेमोरियल इंटर कॉलेज के स्टाफ पर आरोप लगा कि उसने वाट्सएप पर पेपर आउट किया। डीआईओएस गजेन्द्र कुमार उड़नदस्ते के साथ सेंटर पर पहुंचे। उन्होंने स्टाफ की तलाशी ली। साथ ही अलमारियां खुलवाकर उनकी तलाशी ली गई। सभी स्टूडेंट्स को चेक किया कि उनके पास पेपर है या नहीं। लेकिन सबके पास पेपर मिला। डीआईओएस ने बताया उन्हें कोई भी एंड्रायड फोन नहीं मिला। उन्होंने कहा कि जिस कोड के पेपर लीक होने की सूचना मिली है, वह प्रतापगढ़ जिले के पेपर कोड का लग रहा है। इसलिए वहां के पेपर का कोड मंगवाया गया।

कोड को डिकोड करने में जुटे डीआईओएस

डीआईओएस ने सैटरडे को परीक्षा की सुचिता परखने के लिए कैंट के आरएन इंटर कॉलेज, क्यारा के जीआईसी, बलिया के राम पाल कटोरी इंटर कॉलेज, रामभरोसे इंटर कॉलेज और आत्माराम इंटर कॉलेज पर छापा मारा। उन्हें इस दौरान सबकुछ सही मिला। वहीं राम भरोसे इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल ने डीआईओएस को बताया कि बच्चे पेपर शुरू होने से 15 मिनट पहले तक सेंटर पर नहीं आते हैं। वह सेंटर के बाहर खड़े होकर फोन पर मिलने वाले कोड का इंतजार करते हैं। उन्होंने बताया सर्वोदय इंटर कॉलेज से ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन का कोड दिया जाता है, जिसके आधार पर बच्चे आंसर देते हैं। डीआईओएस ने कहा कि वह इस कोड को डिकोड करेंगे।

वर्जन

बाजार में मैथ्स का पेपर बिकने की सूचना मिली। सेंटर पर जाकर छापा मारा, तो कुछ नहीं मिला। जिस कोड के पेपर लीक होने की सूचना मिली है, वह प्रतापगढ़ के पेपर की तरह लग रहा है। इसलिए वहां का पेपर कोड मंगवाया गया है।

गजेन्द्र कुमार, डीआईओएस