-मेडिकल स्टोर संचालक रोजाना लाकर पीता था पानी

BAREILLY: गर्मियों में लोग प्योर और कूल वॉटर पीने के आदती होते हैं। अधिकतर घरों व दुकानों में वाटर कैम्पर का ठंडा पानी पहुंचता है। पानी ठंडा जरूर होता है, लेकिन प्योर होता है या नहीं इसकी कोई गारंटी नहीं होती है। अब इसी पानी में मांस भी निकल आए तो फिर पानी पीना खतरे से खाली नहीं है। बिथरी चैनपुर के परातासपुर में भी मेडिकल स्टोर संचालक के यहां आने वाले वाटर कैम्पर में पॉलीथिन में पैक मांस के टुकड़े निकले हैं। जब पानी खत्म हुआ तो इसका पता चला। जिसके बाद मेडिकल स्टोर संचालक ने पुलिस को सूचना दी। उसके बाद मौके पर एसडीएम सदर कुंवर पंकज और सीओ नीति द्विवेदी पहुंची और खाद्य विभाग की टीम को बुलाया गया। एसडीएम की मौजूदगी में फैक्ट्री को सील कर दिया गया है। खाद्य विभाग की टीम ने मांस और पानी के सैंपल कलेक्ट किए हैं। पुलिस फैक्ट्री मालिक अरशद के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच में जुट गई है।

पानी खत्म होने पर पता चला

सुन्दरपुर निवासी अश्वनी का परातासपुर में पटेल मेडिकल स्टोर है। वह टीपी नगर स्थित ए वन वॉटर सप्लॉयर के यहां से रोजाना 15 लीटर वाली वॉटर कैन लेकर आते हैं। वह मंडे सुबह भी वॉटर कैन लेकर पहुंचे थे। दिन में उन्होंने व दुकान पर आने वाले लोगों ने पानी पिया। शाम को पानी खत्म हो गया तो उन्हें कुछ महक आयी। जब उन्होंने वाटर कैम्पर उलट कर देखा तो उसमें से पॉलीथिन निकली। जब पॉलीथिन को चेक करके देखा तो उसमें मांस के टुकड़े रखे गए थे। वॉटर कैम्पर में मांस निकलने से हड़कंप मच गया, जिसके बाद पुलिस और प्रशासन की टीम ने फैक्ट्री में जाकर जांच की, लेकिन यहां कोई भी मांस नहीं मिला। वाटर कैम्पर में मांस मिलने की वजह से फैक्ट्री को सील कर ि1दया गया।

कई फैक्ट्रियां चल रही हैं

गर्मियों पर शुद्ध और ठंडे पानी के नाम पर कई फैक्ट्रियां खुल जाती हैं और मोटा मुनाफा कमाने में लग जाती हैं। उन्हें लोगों की सेहत से कोई मतलब नहीं होता है। कई फैक्ट्रियों के पास से प्रॉपर कागजात भी नहीं होते हैं। ऐसे में लोगों को पानी खरीदने से पहले चेक कर लेना चाहिए।

वाटर कैम्पर में मांस के टुकड़े निकले थे। फैक्ट्री को सील कर दिया गया है। मांस और पानी के सैंपल लिए गए हैं। एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।

कुंवर पंकज, एसडीएम सदर