बरेली: सरकारी दफ्तरों और परिवहन निगम बस अड्डे पर जिस पानी को आप शुद्ध समझकर पी रहे हैं, वह बेहद दूषित है, जिसे पीकर आप गंभीर रूप से बीमार हो सकते हैं। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने पब्लिश न्यूज 'शुद्ध पानी के नाम पर सरकारी धोखा' के क्रम में थर्सडे को पानी की गुणवत्ता जांचने के लिए इंवेस्टिगेशन किया तो चौंकाने वाला नजारा सामने आया। जब पानी में टीडीएस नॉर्मल लेव 40 से 120 की अपेक्षा 6 से 7 गुना अधिक पाया गया, जो कि स्वास्थ्य के लिए बेहद घातक है।

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पुराना रोडवेज

परिवहन निगम के पुराना बस अड्डा पर पब्लिक को पानी पीने के लिए आरओ लगा हुआ है, लेकिन वह पिछले कई महीने से खराब है। लिहाजा, पब्लिक को बस अड्डे पर लगे इंडिया मार्का हैंडपंप का पानी पीना पड़ रहा है। पानी का टीडीएस चेक कराया गया तो 822 मिला। पानी में टीडीएस का यह लेवल साफ बताता है कि जो भी व्यक्ति इस पानी को पीएगा, उसका बीमार होना तय है।

विकास भवन

विकास भवन के नाम से बनाई गई इस बिल्डिंग में कई विभागों के आफिस हैं। यहां पर शहर से अधिक देहात क्षेत्र की पब्लिक का आना होता हैं। विकास भवन परिसर में पब्लिक के लिए लगा इंडिया मार्का हैंड पम्प का पानी इतना दूषित है कि एक घंटा बाद बोतल में पानी का पीला रंग हो गया है, लेकिन जब ताजा पानी नल से निकलता है उसे साफ समझकर पब्लिक पी लेती है। विकास भवन में इंडिया मार्का हैंड पम्प का टीडीएस 748 निकला।

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कलेक्ट्रेट

कोर्ट और कलेक्ट्रेट परिसर में करीब दर्जन भर से अधिक विभागों के आफिस हैं, जहा डिस्ट्रिक्ट भर के लोग बड़ी संख्या में पहुंचते हैं, लेकिन फारियादियों के लिए शुद्ध पेयजल का इंतजाम नहीं है.आफिसों की बात छोड़ दें तो अधिकांश पब्लिक गेट के पास लगे इंडिया मार्का हैंड पम्प का ही यूज करती है। हैंड पम्प का टीडीएस चेक कराने पर 617 निकला। जिससे इस हैंड का पानी पीने लायक नहीं है।

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एसएसपी आफिस

एसएसपी आफिस में फरियादियों के लिए शुद्ध पानी मिले इसके लिए आफिस में आरओ लगाया गया। आफिस में आरओ तो लगा है लेकिन मेटीनेंस में लापरवाही के चलते इसका पानी भी पीने के लायक नहीं रह गया है। आफिस में लगे फ्रिज का पानी लेकर जब चेक कराया गया तो उसका टीडीएस 317 निकला। जानकारी के अभाव में सभी फरियादी यही दूषित पानी पीने को पीकर बीमार हो रहे हैं।

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थाना इज्जतनगर

इज्जतनगर थाना परिसर में लगे फ्रिज और आरओ सिस्टम में से आरओ तो खराब होने के बाद गायब हो गया। अब फ्रिज ही बचा है, जिसका पानी शुद्ध समझकर फरियादी और पुलिसकर्मी भी पी रहे हैं। जब इस फ्रिज के पानी का टीडीएस चेक किया गया तो नॉर्मल लेवल से तीन गुना अधिक 367 निकला।

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एक्सपर्ट की बात

शुद्ध पानी तो 40-120 के बीच का टीडीएस का होता है। किसी भी पब्लिक प्लेसेज पर शहर में पानी बगैर आरओ के पीने के लायक नहीं बचा है। इतने बढ़े हुए टीडीएस का पानी पीने से एक स्वस्थ्य इंसान भी बीमार हो जाएगा।

एन नाथ