- जून तक बनकर तैयार हो जाएगा बरेली सीतापुर फोरलेन

- करीब पांच वर्षो से चल रहा है फोरलेन निर्माण कार्य

BAREILLY:

लखनऊ का सफर अब आसान होने जा रहा है। 6 माह के भीतर बरेली-सीतापुर मार्ग को फोरलेन बनाने का काम समाप्त होने की संभावना है। जिससे लखनऊ जाने वालों को राह के रोड़े से दो चार नहीं होना पड़ेगा। बता दें कि करीब 5 वर्ष पहले पीपीपी मॉडल के तहत बरेली सीतापुर रोड को फोरलेन बनाने का करार किया गया था। लेकिन एनएचएआई अधिकारियों की अनदेखी की वजह से पांच वर्ष गुजरने के बाद भी निर्माण पूरा नहीं किया जा सका। लेकिन अब खस्ताहाल होते जा रहे रोड के रोडे़ हटाने की शुरूआत हो चुकी है। आइए बताते हैं क्या है पूरा माजरा

27 सौ करोड़ में बनेगा फोरलेन

पीपीपी मॉडल के तहत एनएचएआइ ने 22 जून 2010 को बरेली हाईवे प्रोजेक्ट कंपनी के साथ सड़क बनाने का अनुबंध किया था। एनएचएआइ ने प्रोजेक्ट करीब 1,046 करोड़ का बनाया। इसके बाद एनएचएआइ के ढाई सौ करोड़, कंपनी के तीन सौ करोड़ और बैंक से करीब 14 सौ करोड़ के लोन के साथ पूरे प्रोजेक्ट की लागत 1,951 करोड़ रुपये पहुंच गई। साल भर तक कंपनी के लापता होने से काम बंद रहा। पांच साल बाद भी मात्र 40 परसेंट काम पूरा हुआ। मार्च 2015 में एनएचएआइ ने कंपनी के साथ पूरक अनुबंध (सप्लीमेंटरी एग्रीमेंट) किया। उसके मुताबिक अब 27 सौ करोड़ रुपये में फोरलेन का निर्माण किया जाएगा। इसमें बैंक लोन और कंपनी का हिस्सा बढ़ जाएगा।

बेहद सुस्त गति से हो रहा काम

वर्ष 2010 में अनुबंध के बाद कंपनी ने एक मार्च 2011 को सड़क को फोरलेन करने का काम शुरू कर दिया था। तब कार्य पूरा करने के लिए 26 अगस्त 2013 तक का समय था। पेड़ों की कटिंग, बिजली के पोल शिफ्टिंग व अन्य कारणों की वजह से करीब एक साल तक काम लगभग न के बराबर ही पूरा हुआ। सुस्त रफ्तार को देखते हुए एनएचएआइ ने कंपनी को निर्माण करने का समय 6 महीने बढ़ा दिया था। बावजूद इसके निर्माणदायी कंपनी जुलाई 2013 में फिर से नदारद हो गई। करीब साल भर काम बंद रहा। साल भर बाद कंपनी लौटी लेकिन काम की गति नहीं बढ़ी। नतीजा यह कि अब तक मात्र 40 परसेंट ही निर्माण हो पाया है।

15 जून तक लगेगा प्लांट

पिछले दिनों एनएचएआइ को निर्देश देते हुए डीएम ने पीडी कर्नल आरएस पुरी, परियोजना प्रमुख संजय तोमर, स्वतंत्र सलाहकार राकेश चौधरी के साथ मीटिंग की थी। सुस्त रफ्तार से हो रहे निर्माण पर परियोजना प्रमुख को भी कसा था। जिस पर परियोजना प्रमुख ने कार्य में तेजी लाकर हर हाल में 15 जनवरी तक प्लांट की स्थापना करने का आश्वासन दिया। वहीं, हर महीने 15 किलोमीटर तक ब्लैक टॉप कराते हुए जून तक बरेली जिले में पड़ने वाली 28 किलोमीटर सड़क निर्माण करने की संभावना जताई। अधिकारियों को फोरलेन कार्य की प्रगति रिपोर्ट प्रत्येक माह देने के निर्देश दिए थे।

फोरलेन निर्माण के लिए 15 जनवरी तक प्लांट लग जाएगा। जून तक बरेली जिले के अंतर्गत 28 किमी। तक निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा।

संजय तोमर, परियोजना निदेशक