कहीं पानी की सप्लाई हीं नहीं शुरू, कहीं गंदे पानी की शिकायत अनसुलझी

नए ओवरहेड टैंक व नलकूपों से सप्लाई नहीं, सूखे हैंडपंप से भी मदद नहीं

BAREILLY:

शहर की प्यास बुझाने की सरकारी कोशिशों को इस साल भी लापरवाही का घुन लग गया है। करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी जिम्मेदार इस गर्मी में जनता को पानी के संकट से निजात दिलाते नहीं दिख रहे हैं। पानी की किल्लत दूर करने को यूआईडीएसएसएमटी योजना के तहत बनाए गए नए ओवरहेड टैंक व नलकूपों से पानी की सप्लाई शुरू नहीं हो सकी है। निर्माण के बावजूद इन पर ताले पड़े हुए हैं। वहीं कई ऐसे वार्ड हैं, जहां पानी की किल्लत तो नहीं है, लेकिन गंदे व बदबूदार सप्लाई के चलते लोगों को प्यास बुझाना मुहाल हो गया है।

टेंटघर बना नलकूप

बुखारपुरा वार्ड के जगतपुर में लोग पानी की कमी से पिछले कई साल से जूझ रहे। करीब 40 हजार की आबादी वाले इस वार्ड में पानी की सप्लाई के लिए इकलौते ओवरहेड टैंक से ही सप्लाई होती रही है। करीब 22 साल पुरानी इस टंकी से क्षमता से करीब 70 फीसदी ही सप्लाई हो रही है। दो साल पहले वार्ड में नए नलकूप का निर्माण हुआ। उम्मीद जगी थी कि 5 हजार की आबादी को पानी की भरपूर सप्लाई मिलेगी। लेकिन ऐसा नहीं हो सका। नलकूप बनकर तैयार है, लेकिन सप्लाई शुरू न हो सकी। सामने एक टेंट हाउस वाले ने नलकूप पंप रूम का यूज अपने टेंट का सामान रखने में किया। वहीं वार्ड में लगे 53 हैंडपंप से करीब 21 हैंडपंप खराब हैं, जिन्हे रिबोर कराने की जरूरत है।

15 दिन से सप्लाई ठप

बुखारपुरा वार्ड के ही पनवडि़या एरिया में तो पानी की स्थिति बदतर है। यहां के पार्षद रुपेन्द्र पटेल ने बताया कि कब्रिस्तान से पनवडि़या मोड़ तक जाने वाली करीब 150 मीटर की जर्जर पानी की लाइन में पिछले 15 दिन से लीकेज है। मेयर ने एरिया में नई पाइपलाइन बिछाने को मंजूरी दी है, लेकिन पाइपलाइन बिछाने में सुस्ती ने परेशानी को बढ़ा दिया है।

3 नलकूप, 2 टैंक, सप्लाई जीरो

पानी की किल्लत और सप्लाई पर अंड़गे की एक बड़ी मिसाल हरुनगला वार्ड में बनाई गई है। वार्ड पार्षद सुनीता यादव ने बताया कि 25 हजार से ज्यादा की आबादी वाले इस वार्ड की पानी की सप्लाई लोगों के घरों में लगे निजी सबमरसिबल व हैंडपंप से होती आई। वार्ड में कृष्णानगर से सैटेलाइट, पवन विहार व नवादा शेखान से हरुनगला रोड के बीच की आबादी के लिए 3 नलकूप व 2 ओवरहेड टैंक का निर्माण करा दिया गया। लेकिन दो साल बीतने के बावजूद सफेद साबित हुए इन नलकूप व ओवरहेड टैंक से पानी सप्लाई तो दूर, इनका लीकेज की जांच के लिए ट्रॉयल तक नहीं शुरू हो सका।

कालीबाड़ी में काला पानी

नगर निगम से चंद मीटर की दूरी पर स्थित फाल्तूनगंज वार्ड की स्थिति तो पानी के मामले में बहुत खराब है। वार्ड के नलों में गंदा पानी आता है। यही वजह है कि लोग शहामतगंज से बीसीबी जाने वाली सड़क को पार कर मंदिर व निजी नलकूप से पानी ढोने को मजबूर हैं। सबसे खराब स्थिति कालीबाड़ी एरिया की है। यहां लोगों को पानी की किल्लत नहीं, लेकिन जो पानी की सप्लाई होती है, वह किसी सीवर या नाले से कम नहीं लगता। एरिया में गंदे, काले रंग वाले बदबूदार पानी की सप्लाई आम है। निगम के चक्कर काटने के बावजूद सीवर लाइन से मिली पानी की टूटी पाइप लाइन को दुरुस्त नहीं किया गया।

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