- पहले दिन दो पालियों में हुई परीक्षा

- आज भी दो पालियों में होगी परीक्षा

BAREILLY:

सैटरडे को शहर में ग्राम विकास अधिकारी की परीक्षा में अभ्यर्थियों ने पहले दिन ही गलत सवाल पूछने के आरोप लगाए। उनका कहना था कि परीक्षा में गलत प्रश्न पूछे गए थे। सवाल इंग्लिश में कुछ पूछा गया था और हिंदी में कुछ और पूछा गया। दरअसल यूपी एसएसएससी की ओर से आयोजित सम्मलित ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी की परीक्षा पहले दिन दो पालियों कराई गई। परीक्षा के लिए शहर में कुल 27 सेंटर्स बनाए गए। पहली पाली में 17 हजार 783 परीक्षार्थियों को परीक्षा में शामिल होना था, लेकिन केवल 11 हजार 155 अभ्यर्थी ही परीक्षा मे शामिल हुए। 6 हजार 628 अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। वहीं दूसरी पाली में 17 हजार 808 परीक्षार्थियों को परीक्षा में शामिल होना था जिसमें से केवल 11 हजार 178 परीक्षार्थी ही शामिल हुए और 6 हजार 620 अभ्यार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी।

बिना रेखांकित के पूछ लिया रेखांकित भाग

लखीमपुर खीरी से परीक्षा देने आए आकाश सोनी का कहना था कि परीक्षा में बहुत गड़बड़ी की गई थी। कई सवालों को गलत तरीके से पूछा गया था। उदाहरण के लिए उन्होंने बताया कि हिंदी में पूछा गया कि 'वह पढ़ता है.' इस पूरे वाक्य में कहीं भी किसी भी भाग को रेखांकित नहीं किया गया था, लेकिन पूछा गया था कि रेखांकित चिह्न क्या प्रदर्शित करता है। इसी तरह से और भी कई सवाल थे जिसमें इस तरह की गलतियां थीं।

इंग्लिश और हिंदी में अलग-अलग

सेकेंड पाली की परीक्षा छूटने के बाद अभ्यर्थियों ने बताया कि परीक्षा में इंग्लिश और हिंदी दोनों पैटर्न में प्रश्न दिए गए थे, लेकिन दोनों में कुछ सवाल अलग-अलग थे। उदाहरण के लिए बताया कि एक रिजनिंग में एक क्वेश्चन था कि ए * बी में * इंडीकेट करता है। ए बी का भाई है, लेकिन इंग्लिश में पूछा गया कि ए * बी में * इंडिकेट करता है कि ए बी का पिता है। दोनो क्वेश्चन में बहुत अंतर था समझ में ही नहीं आ रहा था कि किसका आंसर दें।

एक नजर में

35591- अभ्यर्थी पहले दिन की परीक्षा में शामिल होने थे

17783 - अभ्यर्थी पहली पाली में शामिल होने थे

17808 - अभ्यर्थी दूसरी पाली में शमिल होने थे

11155 - अभ्यर्थी पहली पाली की परीक्षा में शामिल हुए

11178 - अभ्यर्थी दूसरी पाली की परीक्षा में शमिल हुए

6628 -अभ्यर्थी पहली पाली में अब्सेंट

6620 - अभ्यर्थी दूसरी पाली में अब्सेंट

पेपर को बहुत ही रद्दी तरीके से सेट किया गया था। कई सवाल ऐसे थे जो गलत पूछ लिए गए। समझ में ही नही आ रहा था कि कौन सा आंसर ठीक है।

आकाश सोनी, लखीमपुर खीरी

पेपर ठीक था, लेकिन कुछ क्वेश्चन ऐसे थे जो काफी घुमा रहे थे। जब हिंदी में क्वेश्चन कुछ और था जबकि इंग्लिश में क्वेश्चन कुछ और था। समझ नहीं आ रहा था कि कौन सा आंसर टिक करें। रीजनिंग में कई आकृतियां भी गलत थीं।

राजेंद्र मौर्य, हरदोई