-मंडे रात रामगंगा रेलवे स्टेशन पर दो ट्रैक के बीच मिली लाश

-परिजनों ने गांव के युवक पर चुनावी रंजिश में हत्या का जताया शक

BAREILLY: रामगंगा रेलवे स्टेशन पर मंडे रात युवक की हत्या कर शव रेलवे लाइन पर फेंक दिया गया। ताकि हत्या हादसा लगे। युवक के सिर में चोट और गले में धारदार हथियार के निशान है। परिजनों ने गांव के ही शख्स पर चुनावी रंजिश में बुलाकर ले जाने और शराब पिलाकर हत्या करने का आरोप लगाया है। वहीं हत्यारोपी ने हत्या की बात से इनकार किया है। जीआरपी ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है।

मोबाइल से हुई पहचान

20 वर्षीय पुष्पेंद्र पुत्र बालिस्टर आंवला के डरुआपुर का रहने वाला था। वह उड़ीसा में नौकरी करता था। पुष्पेंद्र के पिता ने बताया कि मंडे को उसके साथ उड़ीसा में काम करने वाले गांव के रिंकू के पिता दयाराम पुष्पेंद्र को ठेकेदार से रुपए लेने की बात कहकर घर से ले गए थे, लेकिन वह रात तक वापस नहीं आया। रात में करीब साढ़े नौ बजे पुलिस ने सूचना दी कि पुष्पेंद्र की रेलवे स्टेशन पर लाश पड़ी है। पुलिस को पुष्पेंद्र के पास मोबाइल मिला जिससे उसकी पहचान हो सकी।

चुनाव में सपोर्ट न करने पर हत्या का शक

बालिस्टर का आरोप है कि दयाराम ने ही उनके बेटे की हत्या की है। उनके मुताबिक उनके परिवार का कृष्णपाल प्रधानी चुनाव लड़ा था और वह चुनाव जीता भी है। चुनाव से पहले पुष्पेंद्र और रिंकू गांव वापस आए थे। चुनाव में दयाराम भी खड़ा हुआ था, जो चौथे नंबर पर रहा था। चुनाव के दौरान रिंकू ने अपने पिता को वोट देने के लिए पुष्पेंद्र से कहा था, लेकिन पुष्पेंद्र ने कृष्णपाल को सपोर्ट ि1कया था।

दयाराम ने आरोपों से िकया इनकार

वहीं पोस्टमार्टम हाउस पर मौजूद दयाराम ने हत्या की बात से साफ इनकार किया है। दयाराम के मुताबिक वह दोपहर करीब साढ़े 3 बजे मीरा की पैठ में रहने वाले ठेकेदार वसीम के पास पहुंचे। वसीम ने उन्हें 10 हजार रुपए दिए और पुष्पेंद्र को 400 रुपए दिए। वहां से दोनों श्यामगंज गए और शराब पी। फिर दोनों कचहरी गए, जहां सामान खरीदा। उसके बाद झील गौटिया लाल फाटक में एक युवक के घर गए। दयाराम के मुताबिक वह रुपए होने के चलते अपने रिश्तेदार के घर मकरंदपुर चला गया। उसने पुष्पेंद्र को भी साथ चलने के लिए कहा था, लेकिन वह नहीं गया था। उसके बाद उसे नहीं पता कि क्या हुआ।