गोरखपुर (ब्यूरो)। इधर, गोरखपुर जिला आपदा प्रबंधन की टीम की तैनाती हेल्प लाइन डेस्क पर कर दी गई है। जो लगातार परिजनों और यात्रा में फंसे हुए लोगों से संपर्क कर उनकी रिपोर्ट ले रही है। अब तक कुल 10 यात्रियों से बात कर उनके परिजनों को संतुष्ट कर दिया गया है कि वे सभी सुरक्षित हैैं और राहत कैंप में हैं। मोबाइल के जरिए परिजनों से उनकी बात कराई जा रही है। एडीएम एफआर राजेश कुमार सिंह ने बताया कि अमरनाथ यात्रा में घटित बादल फटने की घटना में गोरखपुर जिले के श्रद्धालुओं के संबंध में वर्तमान स्थिति की जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैैं। सूचनाएं लगातार प्राप्त हो रही हैैं। पल-पल अपडेट लिया जा रहा है। जिला ईओसी में इसकी रिपोर्ट आ रही है। अगर किसी को कोई भी दिक्कत हैैं तो वह सीधे आपदा प्रबंधन विभाग में संपर्क कर सकता है।

अमरनाथ यात्रा पर ये तीर्थयात्री

1- तेजवीर सिंह, सहजनवां- सुरक्षित हैं और परिवार के सदस्यों से संपर्क हो गया है।

2- शिव नारायण, सहजनवां - सुरक्षित हैं, संपर्क हो गया है।

3- रामसेवक सिंह - सुरक्षित हैं, संपर्क हो गया है।

4- प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, बरगदवां -सुरक्षित हैं, संपर्क हो गया है।

5- प्रसाद कुमार दुबे, बरगदवां - सुरक्षित हैं, संपर्क हो गया है।

6- आशुतोष कुमार दुबे, गोरखनाथ - सुरक्षित हैं, संपर्क हो गया है।

7- बाबू गुड्डू सिंह, उन्नवल - राजन वर्मा, निवासी उन्नवल से संपर्क हो गया है। सुरक्षित हैं।

8- नीरज कुमार राय, बड़े काजीपुर - सुधीर कुमार सिंह से संपर्क हो गया है। सुरक्षित हैं।

9 - नरेश लाल गुप्ता, राजघाट - संपर्क हो गया है। सुरक्षित हैं।

10 - सतेंद्र कुमार यादव, चिलमा - संपर्क हो गया है। सभी सुरक्षित हैैं।

(नोट: जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण के नंबरों पर तीर्थयात्रियों की बात हुई है.)

ये हैं हेल्पलाइन नंबर

9454416252

95557861776

0551-220776

भंडारे ने बचा ली जिंदगी

सहजनवां। अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की सूचना जब यात्रा पर गए लोगों के परिजनों को मिली तो वह बेचैन हो उठे। बात होने के बाद राहत की सांस ली। पाली क्षेत्र के घघसरा निवासी जगदम्बा वर्मा के बेटे पवन वर्मा पत्नी रानी एव दो बच्चों, तिलौरा निवासी प्रवीन द्विवेदी, शुभम पाण्डेय व रत्नेश द्विवेदी अमरनाथ यात्रा पर गए थे। पवन वर्मा ने फोन पर बताया, शुक्रवार सुबह ही हम सब अमरनाथ गुफा का दर्शन करने के लिए बालटाल से रवाना होने वाले थें, लेकिन वहां के एक सम्पर्क के पंडा ने कहा, आप लोग शनिवार को चलिए। हमारा वहां लंगर लगता है। इसलिए हम लोग रुक गए। अन्यथा बादल फटने के दौरान हम लोग भी गुफा के पास होते। उन्होंने बताया, बालटाल मे सुरक्षित स्थान पर सभी लोग सुरक्षित हैं।