गोरखपुर (ब्यूरो)। जाम की समस्या, चौराहों के सौंदर्यीकरण, आटो स्टैंड बनाने थे। 1192.37 लाख रुपए अनुमानित खर्च किए जाने थे। यह कार्य जीडीए को करना है।

जीडीए वीसी प्रेमरंजन सिंह बोले- ट्रैफिक जाम की समस्या और चौराहों के सौंदर्यीकरण के लिए कई जगहों पर काम शुरू है। योजनाओं का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जाएगा। इसके लिए तैयारी चल रही है।

वर्कप्लान-2

21 स्मार्ट रोड बनाने के लिए जीडीए को डीपीआर बनानी थी। यह कार्य जीडीए को करना है।

जीडीए वीसी बोले- स्मार्ट रोड का सर्वे जारी है। कई डीपीआर बन गई हैैं। जैसे देवरिया बाई पास रोड का डीपीआर बनकर शासन को चला गया है। नौकायान से जू तक जाने वाली रोड के फोरलेन के लिए प्रस्ताव बनकर चला गया है। पैडलेगंज से कैंट थाना रोड पर सर्वे का काम चल रहा है।

वर्कप्लान-3

सिटी में पार्किंग के लिए गोलघर में मल्टीलेवल पार्किंग नगर निगम गोरखपुर को हस्तांतरित कर दी गई है। इसके अलावा जीडीए के बुद्ध विहार योजना में नि:शुल्क पार्किंग संचालित करनी थी। महंत दिग्विजय नाथ पार्क के पास पार्किंग का काम पूरा करना था।

जीडीए वीसी बोले- दिग्विजय नाथ पार्क के पास पार्किंग का काम पूरा हो गया है। सिर्फ कांट्रैक्टर को हैैंड ओवर करना है। बगल में ऑल रेडी जो चला रहा है। उसे ही जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। उसमें 250 गाडिय़ां पार्क हो जाएंगी।

वर्कप्लान-4

बस स्टैैंड के सामने सड़क पर बसों के खड़े होने पर जाम को समाप्त करना था। इस संबंध में आरएम रोडवेज को भी निर्देश थे। महेसरा पुल से पहले सड़क से पूरब पश्चिम पीडब्लूडी की खाली भूमि, माड़ापार पुल के पहले तिराहे पर चार एकड़ में परिवहन विभाग का कैंपस, रामनगर करजहां चौरीचौरा में उत्तर पूरब लगभग 2 एकड़ खाली भूमि, जंगल रामगढ उर्फ चंवरी श्रेणी 6 में लगभग 1.5 एकड़ खाली भूमि, बाघागाड़ा पुल के बाद दक्षिण पूïर्व तरफ 1.5 एकड़ खाली भूमि व कालेसर तहसील सहजनवां में भूमि की तलाश करनी थी। राजस्व विभाग की तरफ से प्रस्ताव मांगा गया था।

आरएम पीके तिवारी बोले- बस स्टेशन पर अनियंत्रित रूप से खड़ी होने वाली बसों को बस स्टेशन परिसर में खड़ा कराया जा रहा है। इसके लिए टीम लगाई गई है। जबकि असलियत यह है कि ज्यादातर बसें मुख्य मार्ग पर खड़ी हो रही हैं और वहीं से सवारी भी भरती हैं।

आरटीओ अनीता सिंह बोली- महेसरा पुल से पहले सड़क से पूरब पश्चिम पीडब्लूडी की जमीन का मुआयना किया जा चुका है। माड़ापार पुल के तिराहे पर चार एकड़ की जमीन हमारे पास ऑलरेडी है, जिस पर तैयारी चल रही है। इसके अलावा कालेसर के पास भूमि की तलाश जारी है। राजस्व विभाग को प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है।

वर्कप्लान-5

यातायात व्यवस्था के लिए पैडलेगंज चौराहे से छात्रसंघ भवन चौराहा तक साइकिल पथ एवं नाले पर स्लैब डालकर अस्थाई तौर पर पार्किंग, एसपी ट्रैफिक, एसडीएम सदर व व्यापारियों के साथ मीटिंग कर अतिक्रमण को हटाने के लिए कहा गया था। कूड़ाघाट, काली मंदिर, असुरन चौराहा, बेतियाहाता चौराहा, नौसड़ तिराहा समेत अन्य जगहों से नगर निगम व प्रशासन को अतिक्रमण हटाना है।

एडीएम सिटी विनीत सिंह बोले- पैडलेगंज चौराहे से छात्रसंघ भवन चौराहे तक नाले पर स्लैब डालने का काम शुरू है। अस्थाई पार्किंग की तैयारी की गई है। कूड़ाघाट, काली मंदिर, असुरन चौराहा, बेतियाहाता चौराहा, नौसड़ तिराहा समेत अन्य जगहों पर नगर निगम व हमारी टीम लगातार अतिक्रमण को लेकर अभियान चला रही है।

वर्कप्लान-6

पर्यटन विभाग द्वारा सिटी के विभिन्न स्थानों पर अतिरिक्त साइनेज लगाने का सुझाव दिया गया था। फल विक्रेताओं व व्यापारियों के साथ मीटिंग कर मुख्य मार्गों को अतिक्रमण मुक्त करवाना था।

रीजनल टूरिस्ट आफिसर रविंद्र मिश्रा बोले- सिटी के विभिन्न स्थानों पर लगाए जाने वाले साइनेज हमारी 2022-23 के कार्ययोजना में शामिल हैैं। इस पर तैयारी की जा रही है। गीडा में होटल मैनेजमेंट के लिए भी हमारी कार्ययोजना में शामिल है। इसके लिए जिला प्रशासन से मिलकर तैयारी की जा रही है।

वर्कप्लान-7

पर्यटन द्वारा गोरखनाथ मंदिर परिसर में पर्यटकों के सुविधा के लिए ओपन एयर थियेटर, बरामदा, ग्रीन रूम, सर्विस रूम, आरसीसी पार्किंग, वॉच टॉवर एवं अन्य कार्य होने थे। इसके साथ ही चौरीचौरा में स्थित संग्रहालय के जीर्णोद्वार-सौंदर्यीकरण का कार्य, शहीद स्मारक चौरीचौरा विकास कार्य के अंतर्गत एमपपी थियेटर, म्यूजियम निर्माण की योजना, गोरखनाथ मंदिर में लगभग 200 बेड का यात्री निवास संत निवास भवन का निर्माण किया जाना था।

रीजनल टूरिस्ट ऑफिसर बोले- पर्यटकों के लिए गोरखनाथ मंदिर में ओपन एयर थियेटर, बरामदा, ग्रीन रूम, सर्विस रूम, आरसीसी पार्किंग, वॉच टावर आदि बनाए जाने का काम लगभग पूरा हो गया है। कुछ बाकी है। वह भी जल्द ही पूरे हो जाएंगे। गोरखनाथ मंदिर में जो 200 बेड का यात्री निवास संत निवास भवन का निर्माण बनाए जाने के लिए प्रस्ताव बनाया गया है। जल्द जगह चिन्हित की जाएगी।

2022-23 फाइनेंसियल इयर में टूरिस्ट के सुविधा के लिए पर्यटन विकास, रोजगार सृजन एवं पूंजी निवेश के लिए गोरखपुर में प्रस्तावित की जाने वाली योजनाएं

1- रामगढ़ताल क्षेत्र में पीपीपी मॉडल पर हैैंगिंग रेस्टोरेंट की स्थापना जीडीए व पर्यटन विभाग करवाएगा।

2- रामगढ़ताल में सी-प्लेन की स्थापना एवं सी-प्लेन के दृष्टिगत प्रशासनिक भवन आदि के लिए जीडीए व राजस्व विभाग द्वार भूमि का किया जाएगा चिन्हांकन

3- रामगढताल के किनारे पीपीपी मॉडल पर रोप-वे की स्थापना का कार्य कराया जाना प्रस्तावित है।

4- गीडा क्षेत्र में एसआईएचएम की स्थापना का कार्य कराया जाएगा। गीडा गोरखपुर व पर्यटन विभाग करेगा।

5- सिटी म्यूजियम की स्थापना के लिए निशुल्क भूमि का चिन्हांकन किया जाएगा।

6- गोरखपुर शहर में महत्वपूूर्ण पर्यटन स्थलों को सुविधापूर्ण भ्रमण के दृष्टिगत आगंतुक देशी, विदेशी पर्यटकों के लिए सिटी टुअर बस विथ गाइड की व्यवस्था का कार्य प्रस्तावित है। नगर निगम, आरटीओ और पर्यटन विभाग द्वारा प्रस्तावित है।

7- गोरखपुर सिटी में प्राचीन विष्णु मंदिर, इमामबाड़ा, चर्च व अन्य स्थलों के पर्यटन विकास, सौंदर्यीकरण के कार्य प्रस्तावित हैैं। पर्यटन विभाग द्वारा कराया जाएगा।

8- इंटेक द्वारा समन्वय स्थापित कर हेरिटेज वॉक कराया जाना एवं हेरिटेज वॉक के दृष्टिगत चिन्हित मार्गो, गलियों का जीर्णोद्वार, साफ-सफाई व साइनेज विकास प्राधिकरण व नगर निगम द्वारा कराया जाएगा।

9- सिटी के मुख्य प्रवेश मार्गो पर ओवरहेड साइनेज व सिटी में स्थित महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों के डायरेक्शन व प्लेस आईडेटिफाई संबंधी साइनेज लगाया जाना। जीडीए, नगर निगम व पर्यटन विभाग द्वारा कराया जाएगा।

10- रोडवेज, बस स्टेशन नौसड़, रेलवे स्टेशन व कचहरी बस स्टेशन एवं अन्य सार्वजनिक पार्किंग स्थलों का निर्धारित दरों की साइनेज जीडीए व नगर निगम के माध्यम से स्थापित कराया जाना

11- रामगढ़ताल क्षेत्र में जीडीए, नगर निगम के माध्यम से छोटे-छोटे केयास्क स्थापित कर फास्ट फूड व अन्य खान-पान की व्यवस्था करना। नगर निगम, जीडीए व पर्यटन विभाग द्वारा होगा।

12- गोरखपुर शहर में रेलवे बस स्टेशन के निकट स्थित आधुनिक स्वागत केंद्र के उच्चीकरण, पर्यटन विकास संबंधी अन्य आवश्यक कार्यो को कराया जाना प्रस्तावित है। पर्यटन विभाग द्वारा होगा।

गोरखपुर के विकास के लिए कार्य योजना के तहत प्रस्ताव बनाए जा रहे हैैं। इसके लिए ज्यादातर विभागों ने प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजने की तैयारी भी कर ली है। पर्यटन को बढ़ावा देना और सौंदर्यीकरण के साथ-साथ अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए रोडमैप तैयार है।

- कृष्णा करुणेश, डीएम