-रोहित वेमुला की याद में आयोजित है फिल्म फेस्टिवल

GORAKHPUR:

गोरखपुर फिल्म सोसायटी और जन संस्कृति मंच की ओर से 11वें गोरखपुर फिल्म फेस्टिवल का शुभारंभ प्रतिरोध के संगीत 'ये हिटलर के साथी' के साथ हुआ। रोहित वेमुला की याद में आयोजित प्रतिरोध के सिनेमा का नारा अंधे युग की वापसी के खिलाफ अभिव्यक्ति की आजादी और लोकतंत्र के लिए दिया गया है। मुख्य अतिथि कवि और विचारक प्रो। लाल्टू ने दीप जलाकर फेस्टिवल का शुभारंभ किया। इस अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि इस अंधेरे वक्त में हम सब एकजुट होकर लड़ रहे हैं। इकठ्ठा हो रहे हैं ये बेहद मानीखेज बात है। उद्धाटन समारोह की अध्यक्षता कर रहे फिल्मोत्सव आयोजन समिति के अध्यक्ष वरिष्ठ कथाकार मदन मोहन ने अपने संबोधन में कहा कि यह बेहद खतरनाक समय है। यह लोकतंत्र के लिए सबसे खतरनाक समय है। इस अंधे युग के खिलाफ हमें संघर्ष करना पड़ेगा। मंच पर फैक्ट्री फिल्म के निर्देशक राहुल राय और तरुण मिश्र भी मौजूद थे। इस दौरान फिल्मोत्सव की स्मारिका का विमोचन भी किया गया। संचालन फिल्मोत्सव के संयोजक चंद्र भूषण अंकुर ने किया।

इस दौरान म्यूजिक विडियो 'ये हिटलर के साथी', 'चल चलिए' फिल्म प्रेमियों को दिखाई गई। उसके बाद चैतन्य तम्हाणे द्वारा निर्देर्शित फिल्म 'कोर्ट', 'आई एम नागेश्वर राव स्टार' और फैक्ट्री दिखाई गई। शाम को गोरखपुर के प्रख्यात चिंतक विचारक स्व। प्रो राम कृष्ण मणि त्रिपाठी की स्मृति में व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया।