गोरखपुर (ब्यूरो). बता दें, गोरखपुर जंक्शन पर ट्रेनों का आवागमन ज्यादा हैै। करीब 131 से ज्यादा ट्रेनें स्टेशन पर आती हैैं। दिल्ली, मुंबई, पुणे, कोलकाता समेत लखनऊ और वाराणसी व बिहार जाने वाली ट्रेनों की संख्या ज्यादा है। ऐसे में ट्रेन पकडऩे वाले यात्रियों की संख्या भी काफी बढ़ जाती है। करीब 70 हजार से ऊपर यात्री रोजाना ट्रेन पकडऩे आते हैैं। लेकिन यात्रियों की सुविधा के लिए सेटेलाइट स्टेशन बन जाने से काफी हद तक जंक्शन पर भीड़ कम हो जाएगी।
क्या है खासियत
- लंबी ट्रेनों के लिए प्लेटफार्म संख्या 4 और 5 की लंबाई 600 मीटर तक बढ़ा दी गई है।
- 6-बे के पीपी शेल्टर यानी प्लेटफार्म नंबर 4-5 और 2-3 पर बनाए जा रहे हैैं।
- 7-बे के पीपी शेल्टर प्लेटफार्म नंबर 1 पर बनाया गया है।
- पुराने प्लेटफार्म संख्या 4-5 से 2-3 को जोडऩे वाले पुराने फुट ब्रिज का विस्तर प्लेटफार्म नंबर-1 तक कर दिया गया है।
- प्लेटफार्म नंबर 4-5 से प्लेटफार्म नंबर-1 को जोडऩे के लिए रैैंप सहित नया फूट ओवर ब्रिज के निर्माण का कार्य प्रगति पर है।
- 471 मीटर लंबाई में प्लेटफार्म नंबर-1 का निर्माण चल रहा है। इसे पूरा होने पर दो नए प्लेटफार्म उपलब्ध हो जाएंगे। प्लेटफार्मो की संख्या 5 हो जाएगी।
- प्लेटफार्म नंबर 2-3 की लंबाई 500 मीटर तक बढ़ा दी गई है।
- महिला एवं पुरुष वेटिंग रूम के अलावा प्लेटफार्म नंबर-1 पर वीआईपी लाउंज बनाया गया है।
- नए सेटेलाइट स्टेशन पर पे एंड यूज्ड की सुविधा भी प्रदान की गई है।
- पार्किंग और रैैंप के साथ सर्कुलेटिंग एरिया को भी आकर्षक स्वरुप में विकसित किया जा रहा है।
छावनी रेलवे स्टेशन सेटेलाइट बनकर तैयार हो चुका है। पहले से काफी सुविधाएं बढ़ गई हैैं। यात्रियों को ट्रेन पकडऩे और ठहरने में काफी सुविधा होगी।
पंकज कुमार ंिसह, सीपीआरओ एनई रेलवे