गोरखपुर (ब्यूरो).जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ। नंद लाल कुशवाहा ने बताया कि विटामिन-ए की कम से कम तीन बोतलें एक सत्र स्थल पर मौजूद रहेंगी और बोतल खुलते ही तिथि अंकित कर दी जाएगी। एक बोतल समाप्त होने के बाद ही दूसरी बोतल का इस्तेमाल होगा। एएनएम द्वारा निर्धारित मात्रा में डिस्पोजेबल चंमच से बच्चों को विटामिन-ए दी जाएगी। साथ ही एमसीपी कार्ड में भी दर्ज किया जाएगा।

किए जाएं रोकथाम के उपाय

सीएमओ डॉ। आशुतोष कुमार दुबे ने बताया कि निर्देश दिया गया है कि शारीरिक दूरी, मास्क पहनने, साबुन पानी से हाथ धोने और संक्रमण के रोकथाम के सभी उपाय किए जाएं। एक लाभार्थी के साथ एक परिजन से ज्यादा नहीं आएंगे और अगर किसी परिवार में बुखार, खांसी या सांस लेने में तकलीफ वाले परिजन हैं, तो उन्हें सत्र पर नहीं आना है। साथ ही इसकी सूचना प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को दी जानी है।

आयरन की सीरप भी देंगे

डॉ। नंदलाल कुशवाहा ने बताया कि बच्चों को विटामिन-ए की डोज देने के साथ-साथ आयरन की सीरप भी दी जाएगी। क्षेत्र की आशा सप्ताह में दो बार एक-एक एमएल और माह में आठ बार इसको पिलाना सुनिश्चित करेंगी।