दो साल में चार बार देनी होगी परीक्षा  
आईटीआई से जुड़े लोगों का कहना है कि इस नियम के लागू होने के पहले दो साल के कोर्स में फाइनल ईयर में एक बार स्टूडेंट को एग्जाम देना होता था। लेकिन अब हर छह माह में एक ट्रेड टेस्ट देना होगा। टेस्ट पास करने के बाद मार्कशीट भी मिलेगी। दो साल के भीतर स्टूडेंट का चार बार टेस्ट होगा जिससे उसको चार सर्टिफिकेट मिल जाएंगे। ऐसे में उन स्टूडेंट के लिए प्राब्लम खड़ी हो जाएगी जो जैसे तैसे एग्जाम पास कर लेते थे क्योंकि सेमेस्टर में पास होना भी जरूरी होगा। फरवरी और अगस्त में एडमिशन होने के बाद जुलाई और जनवरी में सेमेस्टर ट्रेड टेस्ट कराया जाएगा। थ्योरी, वर्कशॉप कैलकुलेशन एंड साइंस इंजीनियरिंग ड्राइंग, इम्प्लायबिलिटी स्किल और ट्रेड प्रैक्टिकल लिया जाएगा।

फर्जीवाड़े पर लगेगा अंकुश
इस व्यवस्था के लागू होने पर स्टूडेंट को आईटीआई कालेज में पूरा टाइम देना होगा। अभी तक  ऐसी भी शिकायतें गवर्नमेंट को मिलती रही हैं कि आईटीआई करने वाले ज्यादातर स्टूडेंट, दूसरी एजुकेशन भी ले रहे हैं। कई स्टूडेंट बीए के साथ-साथ और भी डिग्रियां ले रहे है। सेमेस्टर सिस्टम लागू होने से इस फर्जीवाड़े पर लगाम कसेगी।

इस सिस्टम से ट्रेनिंग की क्वालिटी इम्प्रूव होगी। वहीं स्टूडेंट सफल हो सकेंगे जो सभी सेमेस्टर में अच्छे ढंग से पढ़ाई करेंगे।
गोविंद कुमार प्रिसिंपल, गवर्नमेंट आईटीआई चरगांवा

 

report by : arun.kumar@inext.co.in