43 वार्डों की सफाई है ठेके पर

सिटी के 70 वार्डों में से 43 वार्ड की सफाई व्यवस्था ठेके पर है, जिनमें 12 सौ के लगभग सफाईकर्मी तैनात किए गए हैं। इतनी बड़ी मात्रा में सफाईकर्मी होने के बाद भी इन वार्डों  में गंदगी फैली हुई है। सफाईकर्मियों की लापरवाही के चलते कई मोहल्लों में कूड़े का ढेर लगा हुआ है जबकि कागजों में डेली सफाई चकाचक हो रही है। इन वार्डों में गंदगी को लेकर  म्यूनिसिपल कमिश्नर के पास लगातार शिकायतें आ रही थी। उसके बाद म्यूनिसिपल कमिश्नर ने सफाईकर्मियों के वेतन में कटौती का आदेश दिया है।

फर्मों को भी दी चेतावनी

म्यूनिसिपल कमिश्नर ने सफाईकर्मियों द्वारा की गई लापरवाही के लिए फर्मों को भी चेतावनी दे डाली। उन्होंने कहा कि अगर सफाई में लापरवाही बरती गई तो फर्मों पर भी गाज  गिर सकती है। म्यूनिसिपल कमिश्नर के आदेश के बाद ठेकेदारों की भी सांस फूलने लगी है। सिटी के 43 वार्डों की सफाई के लिए जीएमसी हर माह 55 से 60 लाख रुपए का  भुगतान इन फर्मों को करता है।

इसके पहले दो सुपरवाइजर पर गिर चुकी है गाज

गंदगी को लेकर दो माह पहले दीवान बाजार और सिविल लाइंस में गंदगी मिलने के कारण सुपरवाइजरों पर गाज गिर चुकी है। म्यूनिसिपल कमिश्नर ने निरीक्षण के दौरान मौके पर  ही दोनों सुपरवाइजर्स पर 500-500 रुपए का जुर्माना ठोंका था।  

औचक निरीक्षण में कई जगहों पर गंदगी मिली। सफाईकर्मियों की लापरवाही की वजह से गंदगी हुई है, वेतन में कटौती कर आगे लापरवाही न करने के निर्देश दिए हैं। आगे भी  कार्रवाई की जा सकती है।

गोपी कृष्ण श्रीवास्तव, डिप्टी म्यूनिसिपल कमिश्नर