अंडा फेंक रोकते हैं कार
सामने आकर या कांटे बिछाकर गाड़ियों का टायर पंचर कर उसको रोकने का तरीका पुराना हो गया है। हाईवे के लुटेरों ने लूट की घटनाओं को अंजाम देने के लिए अंडे को हथियार बनाया है। इसके लिए वह हाइवे से गुजरने वाली गाड़ियों पर अंडा फेंकते हैं और जब वह गाड़ी रुक जाती है तो उसमें बैठे लोगों से उनका सामान और मोबाइल को लूट ले जाते हैं।

गाड़ी रोकना मजबूरी
उनका यह तरीका काफी कारगर हो चुका है वह इसलिए कि गाड़ी पर अंडा फेंकने से गाड़ी न रुके यह मुश्किल है। वह इसलिए कि वे जब विंड स्क्रीन पर अंडा फेंकते हैं तो वह शीशे पर फैल जाता है। लोग यह समझते है कि कुछ शीशे पर पड़ा है, जिसे साफ करने के लिए वह वाइपर और पानी का यूज करते हैं। यही पानी अंडे के साथ मिक्स होकर पानी दूधिया हो जाता है और विजन को 92.5 परसेंट तक ब्लॉक कर देता है। मजबूरीवश उन्हें गाड़ी रोकनी पड़ती है।

रात में देते हैं घटनाओं को अंजाम
दिन में अंडा फेंकने पर लोगों का विजन तो ब्लॉक हो जाएगा, लेकिन इस वक्त उन्हें लूटते वक्त खुद के पहचाने जाने के डर से वह सेफ साइड लेते हुए इन घटनाओं को रात में अंजाम देते हैं। रात में उनको पहचाने जाने का डर भी नहीं रहता और साथ ही भागते वक्त वह अंधेरे का फायदा भी उठा लेते हैं। इस तरह की घटनाओं को वह सुनसान हाइवे पर ही अंजाम देते हैं।

फेसबुक पर चला अवेरनेस कैंपेन
अंडे से हाईवे पर लूट करने वालों का कहर सिर्फ एक जगह नहीं है बल्कि इस वक्त यह नेशनल मुद्दा बन चुका है। हालत यह है कि इस सोशल साइट पर लोगों ने इसको लेकर अवेयरनेस कैंपेन स्टार्ट कर दी है। जिससे कि उनके चाहने वालों के साथ इस तरह की घटना न हो और हाईवे के लुटेरों की साजिश नाकाम हो जाए।

सिर्फ फ्रेंड नहीं बल्कि सभी को कर रहे हैं अवेयर
ऐसा नहीं एफबी यूजर्स हाईवे के लुटेरों की इस साजिश का खुलासा वह सिर्फ अपने चाहने वालों से कर रहे हैं, बल्कि वह इसे वह पब्लिकली शेयर कर रहे हैं। हां, इसमें वह अपने चाहने वालों, फ्रेंड्स और फैमिली मेंबर्स को टैग कर रहे हैं लेकिन बाकी एफबी यूजर्स के लिए भी इसे ओपन रख रहे हैं। ताकि इस तरह की घटना उनके जानने वालों के साथ तो न ही हो, साथ ही बाकी यूजर्स को भी इससे हेल्प मिल सके।

केस वन -
गोरखपुर-बनारस हाईवे पर दो मंथ पहले साहबगंज के रहने वाले सेराज के साथ यह हादसा पेश आया। रात मे करीब 10 बजे वह सिटी लौट रहे थे, कि अचानक उनकी कार के शीशे पर एक अंडा पड़ा और शीशे पर फैल गया। उन्होंने इस साफ करने के लिए वाइपर चलाया, लेकिन बजाए साफ होने के उनकी कार के शीशे पर सफेद रंग की परत सी बिछ गई। इसको साफ करने के लिए उन्होंने गाड़ी साइड में रोकी और उतरकर कपड़े से इसे साफ करने लगे, तभी पीछे से आए कुछ बदमाशों ने उनके पीछे तमंचा सटा दिया और उनका मोबाइल, पर्स, घड़ी छीन कर भाग खड़े हुए।

केस टू -
कुछ ऐसा ही केस बहरामपुर के रहने वाले एजाजुल हक के साथ पेश आया। इलाहाबाद से गोरखपुर लौटते वक्त बड़हलगंज के पास उनकी गाड़ी के शीशे पर भी किसी ने अंडा फेंक दिया था, उन्होंने जब वाइपर ऑन किया तो देखा कि सफेद लेयर बन रही है तो उन्होंने फौरन ही वाइपर बंद कर दिया। किसी अनहोनी से बचने के लिए उन्होंने तत्काल वहां पर गाड़ी नहीं रोकी और करीब दो किलोमीटर तक यूं ही चलते रहे, इसके बाद मार्केट में पहुंचकर उन्होंने गाड़ी रोकी और अपनी गाड़ी का शीशा साफ किया। जरा सी समझ ने उन्हें बड़ी घटना का शिकार होने से बचा लिया।

अंडे में एलब्यूमिन पाया जाता है। जब इस पर पानी पड़ता है तो इससे एक प्रोटीन की लेयर बन जाती है। जो कुछ वक्त के लिए विजिबिल्टी को काफी हद तक कम कर देती है। पानी डालने पर इसकी लेयर फैल जाती है इसलिए इसे कपड़े से ही साफ करना बेहतर होगा।
डॉ। राशिद तनवीर, कैमिस्ट्री प्रोफेसर, सेंट एंड्रयूज कॉलेज

 

report by : syedsaim.rauf@inext.co.in