गोरखपुर (ब्यूरो)।गोलघर, अलीनगर, रेती, हिन्दी बाजार, भगत चौराहा, रुस्तमपुर, मोहददीपुर, पादरीबाजार आदि दुकानों पर कस्टमर्स ने खरीदारी की। सबसे अधिक भीड़ मिठाई की दुकानों, खील-गट्टों, साज-सज्जा और दीयों की दुकानों पर रही और शाम को छोटी दिवाली पर खुशहाली के दीप जगमगा उठे।

बाजार में रौनक

शनिवार को धनतेरस का शुभ मुहूर्त दिन में 1 बजकर 14 मिनट तक रहा। गोलघर, अलीनगर, रेती, हिन्दी बाजार, भगत चौराहा, रुस्तमपुर, मोहददीपुर, पादरीबाजार आदि प्रमुख मार्केट में भीड़ रही। दोपहर तक करोड़ों का कारोबार हो चुका था। शाम तक बुकिंग की गाडिय़ां और ज्वेलरी की डिलेवरी होती रही। आटोमोबाइल सेक्टर में छोटी गाडिय़ों की डिमांड रही। इलेक्ट्रॉनिक मार्केट में झालर सबसे अधिक बिका।

चाइनीज माल रहा गायब

इस धनतेरस में चाइना के आइटम नहीं बिके। चाइना इलेक्ट्रॉनिक लाइट्स बेचने वाले कारोबारियों की मानें तो इस बार सारा का सारा माल धरा ही धरा रह गया। पहले से 60 प्रतिशत से अधिक का चाइना मार्केट डाउन रहा। इस बार कस्टमर स्वदेशी आइटम पर फोकस्ड रहे।

फूलों का हुआ करोड़ों का कारोबार

फूल कारोबारियों की अनुसार दीपावली पूजन में फूल की मांग रहेगी। 2 क्विंटल से अधिक का फूल बेचा गया। कमल का फूल कम से कम 2000 फीस से अधिक का बिक चुका है।

50 रुपए का एक माला

अपने घरों को सजाने के लिए गोरखपुराइट्स गेंदा फूल अधिक खरीद रहे हैं। उसके साथ आम का पत्ता और पल्लों 100 रुपए सैकड़ा आम का पत्ता तो 30 रुपए का पल्लों बिक रहा है।

खूब बिका लइया-गट्टा, मिटटी के दीये

शुभ के लिए कस्टमर्स ने लइया, चूरा, गट्टा, हाथी और घोड़े खरीदे। जो इस बार 75 रुपए पाव बिका। पिछले साल के अपेक्षा किलो पीछे 100 रुपए से अधिक दाम था। वहीं मिटटी के दिए 150 रुपए सैकड़ा मिले। साथ ही कलश और कोसा का दाम अलग-अलग है।