गोरखपुर (ब्यूरो).बारात में अधिकांश लोग जहां नशे की हालत में पहुंच रहे हैं। वहीं बारात के पहुंचने पर नाचने-गाने और द्वारपूजा में मौजूद युवतियों संग छेड़खानी के मामले भी सामने आ रहे हैं। ऐसे में बात बिगड़ जा रही है। वीडियो बनाने से लेकर फब्तियां कसने की वजह से आए दिन मारपीट हो रही है, जिनमें लोगों की जान जा रही। झंगहा, बड़हलगंज और गोला सहित अन्य जगहों पर ऐसे मामले सामने आ चुके हैं। इन घटनाओं से पुलिस भी परेशान है। ऐसे मामलों की रोकथाम भी मुश्किल नजर आ रही है।

केस एक:

25 मई 2022: झंगहा एरिया में परछावन के दौरान मारपीट में संगम यादव की पीटकर हत्या, हाथ धोते हुए छींटा पडऩे की बात पर विवाद हुआ था। यह मामला शांत कराया जा सकता था। लेकिन बड़े लोगों ने हस्तक्षेप करने के बजाय मामले को तूल दे दिया। इस वजह युवक को अपनी जान गंवानी पड़ी। इससे वर और वधु पक्ष में लोगों के बीच मायूसी छा गई।

केस दो:

22 मई 2022: बड़हलगंज के कोल्हुआ में आपत्तिजनक गाना बजाने की बात पर विवाद में चाकू घोंपकर एक युवक की हत्या कर दी गई। इसमें दो बारातियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई। गाना बंद कराकर युवकों को अलग किया जा सकता था। लेकिन घरातियों और बरातियों ने सूझबूझ नहीं दिखाई। इस वजह से पूरे कार्यक्रम में मातम पसर गया। हंसी-खुशी के माहौल के बीच में लोग अचानक रोते-बिलखते नजर आने लगे।

इन वजहों से सामने आ रही घटनाएं

- घराती और बारातियों के बीच तालमेल का भारी अभाव है।

- शादी में नशे की लत की वजह से छोटी बात पर लोग गुस्सा करके भिड़ जा रहे हैं।

- युवा बारातियों के बीच वर्चस्व को लेकर भी लड़ाई ठन जा रही है।

- वर और वधु पक्ष का कोई नियंत्रण नहीं रह गया है। मामला टालने के बजाय लोग तैश दिखा रहे हैं।

- ऐसी जगहों पर बड़े-बुजुर्ग हस्तक्षेप नहीं कर रहे हैं। उनके बीच बचाव करने पर झगड़ा कर रहे लोग अपशब्द कहते हैं।

शादी-विवाह के मौके पर होने वाली घटनाओं को देखते हुए सावधानी बरती जा रही है। मोहल्ले के सभ्रांत व्यक्तियों के हस्तक्षेप से भी ऐसे मामलों को टाला जा सकता है।

डॉ। विपिन ताडा, एसएसपी