गोरखपुर (ब्यूरो)। शहर में चल रहे कंस्ट्रक्शन वर्क की वजह से पूजा पंडाल बनाने में प्रॉब्लम आ सकती है। जबकि सड़क को रोककर पंडाल बनाने पर हाईकोर्ट ने रोक लगा रखी है। ऐसे में इस साल दशहरे में पंडाल बनाने के लिए पुलिस-प्रशासन की अनुमति ज्यादा तरूरी होगी। सिटी मजिस्ट्रेट का कहना है कि इस संबंध में चार अक्टूबर को मीटिंग बुलाई गई है। इस दौरान सभी विभागों के अफसरों संग मिलकर तैयारी पर चर्चा की जाएगी।

15 अक्टूबर से नवरात्र

शहर में प्रमुख स्थानों पर दुर्गा प्रतिमाए सजती है। इनमें रेलवे स्टेशन, मोहद्दीपुर, कूड़ाघाट, यूनिवर्सिटी चौराहा, धर्मशाला बाजार, गोलघर काली मंदिर, अलहदादपुर, टीपी नगर सहित कई एक दर्जन स्थान शामिल हैं। यहां पर स्थापित होने वाली मां दुर्गा की प्रतिमाओं की खूबियों को देखने के लिए दूर-दूर श्रद्धालु पहुंचते हैं। इस साल 15 अक्टूबर से नवरात्र की शुरूआत हो जाएगी। इसलिए पूजा समितियां शहर में दुर्गा पंडाल बनाने में जुट गई हैं। हालांकि इस समय कई जगहों पर कंस्ट्रक्शन वर्क चल रहे हैं। इसलिए पंडाल बनाने के लिए पहले से ज्यादा सजगता दिखानी होगी। जिले में करीब तीन हजार से अधिक दुर्गा प्रतिमाओं की स्थापना होती है। इनमें एक हजार से अधिक शहरी क्षेत्र की है।

यहां सजती प्रमुख प्रतिमाएं

- रेलवे स्टेशन रोड

-गोलघर काली मंदिर

- यूनिवर्सिटी चौराहा

- मोहद्दीपुर

- कूड़ाघाट

- रेलवे लोको ग्राउंड

- असुरन चौक

- दुर्गाबाड़ी

- अलहदादपुर

- चारफाटक मोहद्दीपुर

- जंगल तुलसीराम बिछिया

दुर्गा पंडाल बनाने के लिए अनुमति लेना अनिवार्य है। इस संबंध में एक बैठक की जाएगी। पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों संग मिलकर पूजा समितियों के पदाधिकारियों से बातचीत होगी। सुरक्षित तरीके से त्योहार मनाने के संबंध में विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा होगी। चार अक्टूबर को डीएम की अध्यक्षता में बैठक प्रस्तावित है। इसके बाद आगे की तैयारी की जाएगी।

- मंगलेश दुबे, सिटी मजिस्ट्रेट