डब्ल्यूटी पर एक्शन से स्टार्ट हुआ विवाद

चौरीचौरा एक्सप्रेस संडे को इलाहाबाद से गोरखपुर लौट रही थी। छावनी स्टेशन से पहले सीसीएम स्क्वायड ने ट्रेन में छापा मारा और चेकिंग स्टार्ट की। स्क्वायड ने ट्रेन के स्लीपर कोच में सफर कर रहे डब्ल्यूटी पैसेंजर को पकड़ लिया। जिसमें करीब 21 भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता थे। इससे स्क्वायड टीम और कार्यकर्ताओं के बीच झड़प स्टार्ट हो गई। मगर स्क्वायड टीम ने नहीं छोड़ा और सभी को गोरखपुर स्टेशन ले आई। तब तक यह बात आग की तरह फैल चुकी थी। थोड़ी देर में स्टेशन पर भारतीय किसान यूनियन के सैकड़ों कार्यकर्ताओं को हुजूम एकत्र हो गया और हंगामा करने लगे। मामला झड़प से गालीगलौज तक पहुंच गया।

कार्यकर्ताओं को समझाने के साथ लिया एक्शन

स्टेशन पर मामला बिगड़ता देख सीसीएम पीएसएम राकेश त्रिपाठी और एरिया मैनेजर जेपी सिंह पहुंच गए। उन्होंने बवाल कर रहे कार्यकर्ताओं को काफी देर कोशिश करने के बाद शांत कराया। साथ ही डब्ल्यूटी पकड़े गए 21 कार्यकर्ताओं के खिलाफ रेलवे नियम के तहत चालान काटे। सोर्सेज के मुताबिक अफसर ने चालान करने के साथ एक बड़ा मामला टाल दिया। कुछ साल पहले ऐसा ही एक मामला मुंडेरवा में हुआ था। जहां विवाद न सुलझने की कंडीशन में भाकियू कार्यकर्ताओं ने गालीगलौज करने के साथ फायरिंग कर दी थी। कई घंटे तक रेल यातायात भी बाधित रहा था।