जोरों पर चल रही प्रिपरेशन

नाम प्रमोद कुमार। जुर्म हत्या। नाम विनोद कुमार यादव। जुर्म हत्या। नाम अजय साहनी। जुर्म दहेज हत्या। नाम रमेश गुप्ता। जुर्म दहेज हत्या। ये ऐसे क्रिमिनल्स हैं, जिनके खुले घूमने से हजारों लोग टेंशन में रहते थे। मगर अब ये खुद टेंशन में है। टेंशन किसी दूसरे क्रिमिनल्स की धमकी या जेल एडमिनिस्ट्रेशन के सख्त रवैये से नहीं बल्कि एग्जाम की है। इन चारों क्रिमिनल्स ने यूपी बोर्ड एग्जाम से हाईस्कूल और इंटर का फॉर्म भरा है। जिसके पेपर 3 मार्च से स्टार्ट हो रहे हैं। रमेश गुप्ता ने जहां हाईस्कूल का फॉर्म भरा है, वहीं प्रमोद, विनोद और अजय इंटर का बोर्ड एग्जाम देंगे।

सेल्फ प्रिपरेशन कर बनाते हैं नोट्स

यह सभी क्रिमिनल्स दिन में जहां अपने मास्टर साहब की क्लास में पढ़ते हैं वहीं बाकी टाइम अपनी कॉपी किताब लेकर सेल्फ प्रिपरेशन में लगे रहते हैं। जेल एडमिनिस्ट्रेशन ने बताया कि बोर्ड फॉर्म भरने वाले चारों क्रिमिनल्स एग्जाम की प्रिपरेशन के लिए सुबह जल्दी उठते हैं। सेल्फ प्रिपरेशन के दौरान यह लोग कंबाइंड स्टडी भी करते हैं और बकायदा अपने नोट्स प्रिपेयर करते हैं। इन क्रिमिनल्स ने एक स्टूडेंट्स की तरह अपने नोट्स तैयार किए हैं। डिफरेंट कलर के स्केच भी रखे हैं जिससे मेन प्वॉइंट्स को मार्क करते हैं और जो भी प्रॉब्लम आती है उसे अलग नोट कर लेते हैं। फिर नेक्स्ट डे इन प्रॉब्लम्स को अपने मास्टर से क्लियर करते हैं। इन सबका बस एक ही एम है कि अपनी सजा के समय को नॉलेज लेने और किसी अन्य अच्छे काम में यूज किया जाए।

बोर्ड एग्जाम हर साल जेल में होता है। इस बार भी चार ने फॉर्म भरा है। तीन इंटरमीडिएट का एग्जाम देंगे जबकि एक हाईस्कूल का। अभी सेंटर एलॉट नहीं हुआ है। हालांकि लास्ट इयर तो अन्य जेल के स्टूडेंट गोरखपुर आए थे एग्जाम देने। गोरखपुर जेल बोर्ड सेंटर बना था।

प्रभा शंकर मिश्रा, जेलर