बार्डर पर लोकल वर्क करता है बीएसएनएल
नेपाल का खुनवा बार्डर। जहां डेली लोग इंडिया में रहने वाले अपने रिलेटिव्स से बात करने के लिए कई किमी का सफर तय करने से भी परहेज नहीं करते। ऐसा ही कुछ हाल नेपाल के अन्य बार्डर बढ़नी बार्डर, नेपालगंज बार्डर, रक्सौल बार्डर और रुपेडिहा बार्डर का भी है। जहां रहने वाले अधिकांश लोग बीएसएनएल सिम के यूजर है। जबकि यह नेटवर्क नेपाल के बजाए इंडिया का है। क्योंकि नेपाल बार्डर पर बीएसएनएल का नेटवर्क पूरी तरह वर्क करता है। मतलब दूसरे देश में रहने के बाद भी लोग लोकल काल पर अपनों का हालचाल ले लेते है।

केस-1
टीपी नगर के प्रदीप अपनी फैमिली के साथ नेपाल घूमने गए थे। प्रदीप ने बताया कि जब वे खुनवा बार्डर पहुंचे तो फैमिली मेंबर्स का हालचाल जानने के लिए टेलीफोन बूथ से बात की। तभी अचानक बेटे ने बीएसएनएल से फोन लगाया तो काल लग गई। कई मिनट बात होने के बाद काल चार्ज भी लोकल लगा। इलाकाई लोगों से पूछने पर मालूम पड़ा कि नेपाल बार्डर होने के बाद भी बीएसएनएल सिम पूरी तरह वर्क करता है।

केस-2
कूड़ाघाट निवासी रत्नेश की फैमिली नेपाल में रहती है। रत्नेश सिटी में अपनी वाइफ के साथ रहता है। रत्नेश के फैमिली मेंबर्स अक्सर उससे बात करते है। रत्नेश का घर नेपालगंज बार्डर से कुछ दूर है। मगर जब फैमिली मेंबर्स को फोन पर बात करना होता है तो वे बार्डर पर आ जाते है और बीएसएनएल सिम से लोकल चार्ज में घंटों बात करते है।

बार्डर एरियाज में फ्रीक्वेंसी कम कर दी गई है, जिससे नेटवर्क बार्डर एरिया के उस पर वर्क न करें। कोशिश की जाती है कि सभी बार्डर पर ऐसा हो। मगर फ्रीक्वेंसी बढ़ने और जिग-जैग बार्डर होने से यहां काम कर सकता है।
टीएन शुक्ला, जीएम बीएसएनएल

 

report by : kumar.abhishek@inext.co.in