गोरखपुर (ब्यूरो).वहीं, अब तक की जांच में सीबीआई को गोरखपुर पुलिस की भूमिका बेहद निगेटिव रही है। जबकि सीबीआई सूत्रों का दावा है कि घटना से पहले ट्रक ड्राइवर का लोकेशन बिहार बॉर्डर पर मिला है। इसकी जानकारी होते ही सीबीआई की एक टीम तत्काल बिहार बॉर्डर को रवाना भी हो गई है।

3 दिन बाद भी खलासी का पता नहीं

वहीं, गोरखपुर पुलिस की लापरवाही का आलम यह है कि इस घटना के तीन दिन बाद भी पुलिस अब तक ट्रक के खलासी का पता नहीं लगा सकी है। जबकि सीबीआई की जांच में यह साफ हो चुका है कि घटना के वक्त ट्रक में ड्राइवर के साथ एक और व्यक्ति मौजूद था, जो घटना के बाद ट्रक का शीशा तोड़कर मौके से फरार हो गया।

केस टेकओवर कर सकती है सीबीआई

शायद यही वजह है कि पुलिस ने अब तक ट्रक मालिक से भी कोई पूछताछ नहीं की है। ऐसे में सीबीआई सूत्रों का कहना है कि अगर पुलिस की एक्टिविटी ऐसी ही रही तो जल्द ही सीबीआई इस केस को टेकओवर कर लेगी। साथ ही गोरखपुर पुलिस की कार्यप्रणाली और इस केस में उसकी भूमिका की रिपोर्ट उत्तर प्रदेश सरकार को भी भेजेगी।

ट्रक से कुचलने की हुई थी कोशिश

रूपेश श्रीवास्तव मूल रूप से महराजगंज जिले के श्यामदेउरवां थाना क्षेत्र के पिपरालाला के रहने वाले हैं। वे अभी सीबीआई नई दिल्ली ब्रांच में डिप्टी एसपी हैं। रक्षाबंधन पर गुरुवार को ही दिल्ली से एक दिन की छुट्टी पर वे घर आए थे। शाम को महाराजगंज से गोरखपुर लौटते वक्त उन्हें ट्रक से कुचलकर जान से मारने की कोशिश की गई है।

ट्रक पलटने से ड्राइवर की हो गई थी मौत

गुलरिहा इलाके के बरगदही के पास तेज रफ्तार ट्रक ने उनकी कार को जोरदार टक्कर मार दी थी। इससे उनकी कार का एक हिस्सा पूरी तरह टूट गया। जब तक सीबीआई अफसर और उनका ड्राइवर कुछ समझ पाते, तभी ट्रक ने दूसरी बार उनकी कार को टक्कर मारने की कोशिश की। मगर, ट्रक का पहिया सड़क पर पड़ी गिट्टी पर पड़ गया जिससे ट्रक पलट गया। हादसे में ट्रक ड्राइवर की मौके पर ही मौत हो गई।

कुशीनगर का रहने वाला था ट्रक ड्राइवर

सूचना पर एसएसपी डॉ। गौरव ग्रोवर सहित अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए। पुलिस एसएसपी ऑफिसर की तहरीर पर केस दर्ज कर मामले की पड़ताल में जुट गई है। वहीं, ट्रक ड्राइवर की पहचान कुशीनगर जिले के सुकरौली के रहने वाले रतन कुमार (28) के रूप में हुई। पुलिस ने ड्राइवर का शव कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।