गोरखपुर (ब्यूरो)।अभियान 29 जुलाई से शुरू होकर 28 अगस्त तक चलेगा। बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि इस अभियान में स्कूल प्रत्येक छात्र की भागीदारी जरूर सुनिश्चित कराएं, लेकिन पौधा किसी विशेष स्थान पर लगाने के लिए स्टूडेंट को बाध्य न करें। बल्कि जहां सुविधाजनक हो। बच्चे को वहां पौधे लगाने के लिए प्रोत्साहित करें।

पहली बार पर्यावरण पर अभियान

सीबीएसई के इस अभियान का उद्देश्य स्कूलों और स्टूडेंट्स को विभिन्न पर्यावरणीय मुद्दों के प्रति संवेदनशील बनाना है। अब तक ऊर्जा संरक्षण, खाद्य अपशिष्ट, इलेक्ट्रानिक अपशिष्ट के खतरों, पेट्रोलियम उत्पाद संरक्षण और प्लास्टिक प्रदूषण पर ध्यान केंद्रित करने वाला बोर्ड पहली बार एक बच्चा, एक पौधा अभियान के महत्व पर जोर देने का काम कर रहा है। सीबीएसई ने सभी प्रिंसिपल से कहा है कि प्रत्येक स्टूडेंट्स को एक पौधा लगाने के लिए प्रोत्साहित करें। उन्हें पर्यावरण के बारे में जागरूक करें, ताकि अभियान को एक बड़ी सफलता मिल सके। यह स्कूल परिसर, खेल का मैदान, घर या कोई और स्थान हो सकता है।

स्टूडेंट्स को देखभाल की भी जिम्मेदारी

बोर्ड का मानना है कि स्टूडेंट को पेड़ लगाने के साथ-साथ देखभाल की जिम्मेदारी भी दी जा सकती है। कक्षा में विभिन्न पर्यावरणीय चिंताओं, पौधारोपण के महत्व, संसाधनों के संरक्षण आदि के बारे में चर्चा की जा सकती है। इससे छात्रों को इस अभियान से बेहतर ढंग से जुडऩे में मदद मिलेगी।

पर्यावरण संरक्षण की दिशा में पहली बार बोर्ड ने यह अनूठी पहल है। इसमें प्रत्येक स्कूलों को बढ़-चढ़कर सहभागिता निभानी चाहिए। अधिक से अधिक बच्चों को पौधारोपण के लिए प्रेरित करना चाहिए, जिससे बोर्ड का यह अभियान सफल हो सके।

अजीत दीक्षित, कोआर्डिनेटर, सीबीएसई