- रोडवेज बसों का रास्ता बदलने से स्कूली बच्चों पर खतरा

- गोरखपुर बस स्टेशन पर जाम हटाने के लिए बदला रूट, छुट्टी के समय हादसे का शिकार हो सकते बच्चे

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र: गोरखपुर बस स्टेशन पर सैकड़ों बसें हर दिन आती-जाती हैं जिसके चलते यहां जाम ऐसा लगता है कि पैदल जाना भी मुश्किल होता है। वहीं कोई कार लेकर इस जाम में फंस जाए तो उसे घंटों निकलने में लग जाते हैं। जाम लगने की मेन वजह सड़कों पर बेतरतीब खड़ी रोडवेज की बसें हैं। लेकिन इन पर कभी कोई कार्रवाई नहीं होती है। हां जाम हटाने के लिए ट्रैफिक पुलिस और रोडवेज प्रशासन ने बच्चों की जान जरूर आफत में डाल दी है। इधर कुछ दिनों से बाहर से आने वाली रोडवेज बसों को सेंट जोसेफ और कार्मल स्कूल की तरफ से घुमाकर गोरखपुर बस स्टेशन पर भेजा जा रहा है। जिससे स्कूल की छुट्टियों के समय रोडवेज बसों के गुजरने से बच्चों पर हादसे का खतरा मंडरा रहा है।

बच्चों पर रहता हैं खतरा

सिविल लाइंस स्थित स्कूलों में छोटे बच्चों की अलग और बड़े बच्चों की अलग समय छुट्टी होती है। कार्मल स्कूल वाली सड़क पर तो छुट्टी के समय बच्चों की भारी भीड़ सड़क पर होती है। उसी समय रोडवेज की बसें भी इसी रास्ते गुजरती हैं। इस पर जिम्मेदार अधिकारियों का जल्दी ध्यान नहीं गया तो किसी भी दिन हादसा हो सकता है।

शहर में भारी वाहन बैन

एक तरफ शहर में भारी वाहनों की सुबह 10 से रात 10 बजे तक इंट्री बैन है। इसके बाद ही भारी वाहन शहर में किसी भी काम के लिए एंट्री करते हैं। वहीं दूसरी तरफ रोडवेज का जाम हटाने के लिए बसों का रूट जिम्मेदारों ने भीड़-भाड़ वाले स्कूल की तरफ मोड़ दिया है। आए दिन हजारों बच्चों की भीड़ के बीच फंसी हुई बस आप देख सकते हैं। जबकि गोरखपुर बस स्टेशन पर आज भी जाम की स्थिति बरकरार है। बसों का रूट चेंज करने के बाद भी यहां कोई बदलाव नहीं आया है।

बसों ने सड़क पर किया कब्जा

रोडवेज की हालत ये है कि आधी से भी अधिक सड़क पर बसों का कब्जा रहता है। डिपो के स्टेशन इंचार्ज भी इस तरफ थोड़ा भी ध्यान नहीं देते। कहीं से भी बसें आती हैं तो ड्राइवर्स बाहर ही खड़ी करके पैसेंजर्स बैठाते हैं। जबकि रोडवेज परिसर में अंदर भी जगह खाली रहती है लेकिन अंदर कोई बस नहीं खड़ी करता है।

वर्ज

आने वाली बसों को डायवर्ट करने के बाद भी जाम में कमी नहीं आई है। रोडवेज के पास इंप्लॉई की भी कमी है जिससे बस वाले अपनी मनमानी करते हैं और जाम लग जाता है।

केके तिवारी, एआरएम

बस स्टेशन के पास से बैरियर हटा दिया गया है। इसके बाद भी बस दूसरे रास्तों से होकर गुजर रही है तो उनके ऊपर कार्रवाई की जाएगी।

आदित्य प्रकाश वर्मा, एसपी ट्रैफिक