गोरखपुर (ब्यूरो)। गोरखपुर में एम्स और एयरपोर्ट में नौकरी दिलवाने के नाम पर आए दिन ठगी हो रही है। इसके साथ ही बहुत से लोग विदेश भेजने का नाम पर भी ठगे जा रहे हैं। लाखों रुपए गंवाने के बाद जॉब का ख्वाब तो टूट ही रहा है, साथ ही कोर्ट कचहरी के चक्कर आपको बेमतलब लगाने पड़ रहे हैं। जानिए किस तरह हुई हाल फिलहाल में ठगी की घटनाएं।

एम्स में नौकरी के नाम पर नौ लाख रुपये हड़पे

एम्स में नौकरी दिलाने के नाम पर गोरखनाथ क्षेत्र के दो जालसाजों ने पीपीगंज क्षेत्र के नौ लोगों से 9 लाख रुपये हड़प लिए। पीडि़तों ने रुपये वापस मांगे तो जालसाजों ने धमकी देकर भगा दिया। सोमवार को पीपीगंज नगर पंचायत के वार्ड नंबर तीन के रहने वाले गोङ्क्षवद की तहरीर पर पुलिस ने दोनों के विरुद्ध केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

सभी से लिए एक-एक लाख रुपए

गोङ्क्षवद ने बताया कि उनकी मुलाकात गोरखनाथ जगेशर पासी चौराहा के अरङ्क्षवद पासवान और आदित्यनगर नथमलपुर के दिनेश चक्रवर्ती से हुई। दोनों ने बताया कि एम्स में बंपर भर्ती निकली है। नौकरी के लिए एक लाख रुपए लगेंगे और कोई हो तो उसे भी ले जाएं। इसके बाद वह उमेन्द्र कुमार, संजय यादव, दिनेश कुमार समेत नौ लोगों को उनके पास ले गया। आरोपितों ने सभी से एक-एक लाख रुपये ले लिए। कुछ दिन बीत जाने के बाद नौकरी के बारे में पूछने पर आरोपितों ने कुछ और दिन का समय मांगा। काफी समय बाद भी नौकरी नहीं मिली तो आरोपितों से रुपये वापस मांगे। इस पर आरोपितों ने मारने-पीटने की धमकी देते हुए भगा दिया।

यूरोप में नौकरी के नाम पर ठगी

पिपराइच एरिया में 23 लोगों को यूरोप में जॉब दिलाने के नाम पर ठगी का शिकार बनाया गया। शिकायतकर्ता ने बताया कि पिपराइच में रिक्रूमेंट सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड नाम से एक कंपनी खोली गई थी। संचालक ने यूरोप में नौकरी दिलाने के नाम पर 23 लोगों से 30-30 हजार रुपए ले लिए। इसके बदले फर्जी नियुक्ति प्रमाणपत्र और वीजा देकर भेज दिया। वहां जाकर सभी लोग बैरंग वापस लौट आए। पीडि़तों के कुल 6.90 लाख रुपए संचालक ने हड़प लिए। पीडि़तों की शिकायत पर संचालक पर जालसाजी का मुकदमा दर्ज हुआ है।

कोई भी नौकरी बिना एग्जाम के नहीं मिलती है। लोगों को खुद भी अवेयर होना होगा। ऐसे मामलों में जालसाजों पर कड़ी कार्रवाई की जाती है। पब्लिक को ऐसे लोगों के झांसे में आने की जरूरत नहीं है।

- कृष्ण कुमार बिश्नोई, एसपी सिटी