गोरखपुर (ब्यूरो).आपदा विशेषज्ञ गौतम गुप्ता ने बताया, अक्टूबर में बाढ़ के कारण सभी नदियों का जलस्तर बढ़ गया था। छठ पूजा पर लोग सरयू, राप्ती, रोहिन, आमी, गोर्रा और कुआनों समेत अन्य तालाबों, पोखरों, नहर के किनारे बनाए जा रहे घाट पर भारी संख्या में भीड़ होती है। ऐसे में किसी प्रकार की असावधानी हादसे का कारण बन सकती है। हादसे पर रोकथाम के लिए प्रशासन की तरफ से गोरखपुराइट्स से अपील की गई है कि वह प्रशासन के निर्देश का पालन करें।

क्या है डीएम के निर्देश

- निर्धारित मार्गों पर ही चलें और गाडिय़ों को निर्धारित स्थल पर ही पार्क करें।

- संभव हो तो घाट पर छोटे बच्चों को न लें जाएं और यदि बच्चे साथ में हैैं तो उनकी जेब में या गले के लॉकेट में घर का पता का पता व मोबाइल नंबर अवश्य रखें।

- घाट-पूजा स्थल पर गंदगी न फैलाएं।

- घाटों पर चिन्हित स्थलों-बैरिकेडिंग के आगे न जाएं।

- बिजली के उपकरणों को न छूएं।

- पूजा स्थल-घाटों एवं मार्गो पर आतिशबाजी न करें।

- अफवाहों पर ध्यान न दें और न ही अफवाह फैलाएं।

- घाटों पर पुलिस विभाग द्वारा कंट्रोल रूम स्थापित कर पब्लिक एडे्रस सिस्टम से भीड़ पर नियंत्रण।

- स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था।

- पूजा स्थल पर आतिशबाजी पर प्रतिबंध।

- एनडीआरएफ-एसडीआरएफ और पीएसी फ्लड यूनिट निर्धारित स्थानों पर विजिट करेंगे।

हेल्प लाइन नंबर - 112, अग्निशमन-101 और 0551-2333333 व आपदा प्रबंधन - 9554416252