गोरखपुर (ब्यूरो)। स्टूडेंट्स का आरोप है कि सभी हीटर तोड़ दिए गए और अलॉट नहीं हुए कमरों का ताला तोड़कर यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने अपना ताला जड़ दिया। हीटर तोडऩे के विरोध में स्टूडेंट देर रात सड़क पर उतर आए और थाली बजाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। वे घंटों सड़क पर डटे रहे। सूचना पाकर सिटी मजिस्ट्रेट अभिनव रंजन, चीफ वार्डेन एसके सिंह, वार्डेन उमेश यादव मौके पर पहुंच गए। घंटों मान मनौवल व उचित व्यवस्था के आश्वासन के बाद स्टूडेंट हॉस्टल में लौटे।

हीटर तोड़े, कैसे पकाएंगे खाना

छापेमारी के दौरान कमरों में पाए गए हीटर तोड़ दिए गए, जिससे स्टूडेंट्स को खाने के भी लाले पड़ गए। प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने बताया कि अभी तक हॉस्टल में मेस संचालित नहीं है। ऐसे में यूनिवर्सिटी की ओर से इस कार्रवाई के बाद स्टूडेंट्स को भोजन को लेकर समस्या हो गई है। कोई राहत न मिलते देख छात्रों का आक्रोश फूट पड़ा और वे सड़क पर आ गए। सूचना पर पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट और चीफ वार्डेन ने आश्वासन दिया कि अगले तीन से चार दिन में मेस शुरू हो जाएगी।

ओएसडी को भी मिले थे हीटर

दरअसल, स्टूडेंट्स का कहना था कि बीते दिनों कुलाधिपति के ओएसडी पंकज एलजानी ने हॉस्टल का निरीक्षण किया था। उस दौरान कमरों में हीटर मिले थे, जिसके बाद गुरुवार को हॉस्टल में व्याप्त समस्याओं को लेकर वीसी प्रो। राजेश सिंह ने एक मीटिंग की। मीटिंग के बाद चीफ प्रॉक्टर सतीश पांडेय ने कबीर हॉस्टल पहुंचकर छापा मारा।

हॉस्टल की समस्याओं से वीसी नाराज, अनिवार्य रूप से मेस संचालन के निर्देश

- वीसी ने हॉस्टल्स के चीफ वार्डेन समेत सभी वार्डेन और सुपरिटेंडेंट के साथ की मीटिंग

गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो। राजेश सिंह ने गुरुवार को यूनिवर्सिटी के हॉस्टल्स के चीफ वार्डेन समेत सभी वार्डेन और सुपरिटेंडेंट के साथ मीटिंग की। एडी बिल्डिंग स्थित कमेटी हाल में हुई मीटिंग में उन्होंने हॉस्टल्स में मेस संचालन, अवैध छात्रावासियों, साफ-सफाई में आ रही समस्याओं का समय से निस्तारण न होने पर नाराजगी जताई है।

बता दें, दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने हॉस्टल्स में व्याप्त समस्याओं को प्रमुखता से उठाया था। 27 मार्च को '500 स्टूडेंट को खाना नहीं, विवेकानंद हॉस्टल का मेस संचालक काम छोड़ भागाÓ खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी, जिस पर डीडीयूजीयू प्रशासन ने संज्ञान लिया है। गुरुवार को वीसी ने वार्डेन के साथ मीटिंग कर कहा कि यूनिवर्सिटी के सभी हॉस्टल में मेस का अनिवार्य रूप से संचालन होगा। किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं होगी।

स्टूडेंट्स को भरने होंगे ऑनलाइन फार्म

वीसी ने कहा कि अवैध छात्रावासियों को हॉस्टल से बाहर निकाला जाएगा। इसके लिए सभी छात्रावासियों को एक ऑनलाइन फार्म भरना होगा, जिसके अंदर क्रमांक, रजिस्ट्रेशन नंबर, अपना नाम, पिता का नाम, नामांकरण संख्या, कक्षा, एडमिशन फीस, हॉस्टल फीस, तारीख और धनराशि सहित मेस फीस का ब्योरा देना होगा। सभी स्टूडेंंट को एक सप्ताह के अंदर यह फार्म अनिवार्य रूप से भरना होगा। अन्यथा उन्हें छात्रावास से निष्कासित कर दिया जाएगा। इसके साथ ही जिन स्टूडेंट्स के चार महीने के मेस का बिल बकाया है वो उसे जमा करा दें। मेस की सुविधा सभी छात्रावासियों को उपलब्ध कराई जाएगी। कमरे में अगर कोई छात्र खाना बनाते हुए मिला तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

सातों हॉस्टल में लगेगा केंट का आरओ

यूनिवर्सिटी के सातों हॉस्टल में भीषण गर्मी को देखते हुए नए केंट का आरओ लगवाया जाएगा। मीटिंग के दौरान वीसी ने एक-एक कर सभी बिंदुओं पर चर्चा की। उन्होंने इस दौरान सभी अधिकारियों को अलग अलग जिम्मा भी सौंपा। उन्होंने कहा, सभी वार्डेन अपने-अपने हॉस्टल के सुपरिटेंडेंट को पानी, बिजली और साफ सफाई की व्यवस्था बनाए रखने के लिए निर्देशित करेंगे। आवश्यकता के अनुसार उनमें कार्य का बंटवारा किया जाएगा।

एनसी हॉस्टल की होगी मरम्मत, दूसरे हॉस्टल में होंगे शिफ्ट

जानकारी के अनुसार मीटिंग में वीसी ने एनसी हॉस्टल में साफ-सफाई को लेकर नाराजगी जताई। उन्होंने बताया, एनसी हॉस्टल के बीए फस्र्ट ईयर के 67 स्टूडेंट को यूनिवर्सिटी के स्वर्गीय रामप्रताप शुक्ल हॉस्टल में शिफ्ट कराया जाएगा, ताकि एनसी हॉस्टल की मरम्मत का कार्य तेजी से कराया जा सके।