गोरखपुर (ब्यूरो).सीएम फेलोशिप योजना के तहत प्रदेश के 100 ब्लॉक से रिसर्च स्कॉलर्स का सेलेक्शन किया जाना है। इसमें गोरखपुर के बांसगांव, ब्रह्मपुर और कैंपियरगंज ब्लॉक शामिल हैं। इन तीनों ब्लॉक से एक-एक कैंडिडेट्स को सेलेक्ट किया जाएगा, जो एसडीएम के साथ काम करेंगे।

एक ब्लॉक से एक स्कॉलर का सेलेक्शन

इस योजना के अंतर्गत प्रदेश के 100 आकांक्षात्मक विकासखंडों से एक रिसर्च स्कॉलर का सेलेक्शन किया जाएगा। यह काम रिसर्च स्कॉलर्स की ओर से एसडीएम और खंड विकास अधिकारी से समन्वय करते हुए किया जाएगा। रिसर्च स्कॉलर के सेलेक्शन के लिए इंट्रेस्टेड कैंडिडेट्स को नियोजन विभाग की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। प्राप्त आवेदनों की स्क्रीनिंग के लिए सीनियर ऑफिसर्स या सब्जेक्ट एक्सपर्ट की कमेटी गठित की जाएगी।

फेलोशिप में पार्टिसिपेट करने के लिए एलिजिबिलिटी

सीएम फेलोशिप योजना में पार्टिसिपेट करने के लिए अप्लीकेंट्स को कंप्यूटर व आईटी का ज्ञान जरूरी है। कैंडिडेट्स के पास किसी भी प्रमुख यूनिवर्सिटी से मिनिमम 60 परसेंट माक्र्स के साथ यूजी या फिर उससे हायर डिग्री होनी चाहिए। हर हाल में कैंडिडेट की उम्र 40 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। डिग्री और वर्क एक्सपीरिएंस के बेस पर कैंडिडेट्स को मूल्यांकन के लिए मैक्सिमम 50 अंक निर्धारित किए गए हैं। इसमें उच्चतम शैक्षिक योग्यता के लिए अधिकतम 25 अंक होंगे। ग्रेजुएशन पास कैंडिडेट्स के लिए 15, पीजी पास के लिए 20 और पीएचडी पूरी कर थीसिस प्रस्तुत करने वालों के लिए 25 अंक तय किए गए हैं। इंटरव्यू में कैंडिडेट्स के व्यक्तित्व, जनरल नॉलेज और कार्य के प्रति उत्साह का आकलन किया जाएगा। सेलेक्टेड कैंडिडेट्स को हर महीने 30 हजार रुपए स्टाईपेंड मिलेगा। इसके अलावा क्षेत्र भ्रमण के लिए हर महीने 10 हजार रुपए का भुगतान किया जाएगा। उन्हें टैबलेट खरीदने के लिए एकमुश्त 15 हजार रुपए दिए जाएंगे।

इन क्षेत्र के कैंडिडेट्स का होगा सेलेक्शन

- कृषि, ग्रामीण विकास, पंचायतीराज एवं संबद्ध क्षेत्र।

- वन, पर्यावरण एवं जलवायु।

- शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, पोषण एवं कौशल विकास।

- ऊर्जा एवं नवीकरणीय ऊर्जा।

- पर्यटन एवं संस्कृति।

- डाटा साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, आईटी, आईटीईएस, जैव प्रौद्योगिकी, मशीन लर्निंग डाटा गवर्नेंस।

- बैंकिंग, वित्त एवं राजस्व।

- लोक नीति एवं गवर्नेंस।