गोरखपुर (ब्यूरो).एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया, बुधवार रात पुलिस को सूचना मिली की तस्करों की एक गैंग गोरखपुर आई है। पुलिस ने घेराबंदी कर उन्हें रोकने की कोशिश की तो तस्करों ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी और पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई में फायरिंग की। बाद में पुलिस ने घेराबंदी कर पशु तस्करों को डोमिनगढ़ के पास से अरेस्ट कर लिया।

ये तस्कर हुए अरेस्ट

पुलिस के अनुसार गिरफ्तार तस्करों की पहचान गुलरिहा के हरसेवकपुर नंबर दो निवासी विशाल निषाद, कमलेश यादव उर्फ कल्लू, कुशीनगर के करबला टोला निवासी जुल्फेकार आलम, आमिर खान और साहिल शेख् के रूप में हुई। इनके पास से पुलिस ने एक पत्थर लदा पिकअप, एक बाइक, तमंचा, कारतूस, पांच मोबाइल फोन, बोलेरो बरामद किया है। पुलिस के अनुसार जुल्फेकार पहले भी जेल जा चुका है। उसे महराजगंज पुलिस ने पकड़ा था उस समय वह घायल भी हुआ था।

विशाल और कल्लू करते थे रेकी

एसपी सिटी ने बताया कि गोरखपुर का विशाल निषाद और कमलेश यादव उर्फ कल्लू बाइक से पहले रेकी करते थे। फिर कुशीनगर के जुल्फेकार, आमिर और साहिल आते थे और पशुओं को चोरी कर ले जाते थे। पुलिस के रोकने पर ये पथराव कर देते थे और ये उनपर गाड़ी चढ़ाकर मारने का भी प्रयास करते थे।

बिहार के माधोपुरा मेले में बेचते थे पशु

एसपी सिटी ने बताया कि ये लोग चोरी के पशुओं को जिसमें ज्यादातर गाएं होती थी उन्हें बिहार के गोपालगंज ले जाते थे। वहां के माधोपुर पशु मेले में दो व्यापारियों को बेचते थे। वे दोनों व्यापारी पशुओं को पश्चिम बंगाल के रास्ते बांग्लादेश भेज देते थे। क्योंकि बांग्लादेश में पशुओं की ज्यादा डिमांड है। पुलिस अब बिहार के उन दोनों पशु व्यापारियों की भी तलाश में जुटी है।

एक पशु के 50 हजार से 2 लाख मिलते थे

पुलिस के अनुसार एक पशु को बेचने पर इन्हें 50 हजार से दो लाख तक मिलते थे। गैंग के सदस्य सप्ताह में दो बार गोरखपुर आते थे। एक बार में ये तीन से चार पशुओं को पिकअप पर चोरी से लादकर उठा ले जाते थे। यानी महीने में ये 15 से 16 पशुओं की तस्करी करते थे। एक साल में ये तस्करी से 50 लाख से 1 करोड़ तक की कमाई करते हैं।

पिकअप को करा रखा है मोडिफाई

तस्करों ने पिकअप को पूरी तरह मोडिफाई करा रखा था। पिकअप के आगे और पीछे रेलवे ट्रैक की तरह एक लोहे की पट्टी चेचिस से अटैच करा रखी है, ताकि पुलिस की गाड़ी को ये टक्कर मार कर आसानी से निकल सकें। साथ ही पीछे ऊपर की तरफ एंगल लगा रखा है, जिससे ये आसानी से पशुओं को रस्सी के सहारे उठा लेते हैं। एसपी सिटी ने बताया कि इनपर गैंगेस्टर की भी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही एसएसपी डॉ। विपिन ताडा ने गिरफ्तारी करने वाली कैंट, तिवारीपुर और एसओजी टीम को 25 हजार के पुरस्कार की घोषणा की है।